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भारतीय विदेश एस जयशंकर इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के दौरे हैं. यह देश में कनाडा के साथ 5 आईज (5 Eyes) समूह का सदस्य है. इस ग्रुप में कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड भी शामिल है और कनाडा खालिस्तानी चरमपंथियों को लेकर इन सभी की आंखों में धूल झोंककर भारत के खिलाफ लामबंद करने की कोशिश कर रहा है. हालांकि जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया जाकर उसके आंखों पर बंधी कनाडा की पट्टी उतार दी. भारतीय विदेशमंत्री ने ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर कनाडा को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि जस्टिन ट्रूडो की सरकार वहां चरमपंथियों को किस तरह ‘राजनीतिक जगह’ दे रही है.
जयशंकर ने क्या कहा?
भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने यह बात कैनबरा में अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की. जयशंकर ने कैनबरा में संवाददाताओं से कहा, ‘आपने पहले हमारे आधिकारिक प्रवक्ता का बयान देखा होगा और हमारे प्रधानमंत्री की चिंता भी देखी होगी.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे तीन बात कहने दें. एक, कनाडा ने कोई खास डिटेल दिए बिना आरोप लगाने का एक पैटर्न बना लिया है. दूसरा, जब हम कनाडा को देखते हैं, तो हमारे लिए, यह तथ्य कि… हमारे राजनयिक निगरानी में हैं, कुछ ऐसा है जो अस्वीकार्य है. तीसरी वो घटना है, जिसके वीडियो आपने जरूर देखें. मुझे लगता है कि इससे पता चलेगा कि वहां चरमपंथी ताकतों को किस तरह राजनीतिक जगह दी जा रही है.’
कनाडा को लेकर क्या बोलीं ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री
उधर ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ कनाडा के आरोपों पर तब चर्चा की. भारत ने कनाडा के इस आरोप का खंडन किया है कि भारतीय गृह मंत्री अमित शाह ने कनाडा के अंदर सिख कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने का आदेश दिया था. वोंग ने कहा, ‘हम भारत को अपने विचारों से अवगत कराते हैं, जैसा कि आप हमसे उम्मीद करेंगे और कानून के शासन तथा न्यायपालिका की स्वतंत्रता और साथ ही, स्पष्ट रूप से, सभी देशों की संप्रभुता जैसे मामलों के संबंध में हमारी एक सैद्धांतिक स्थिति है.’
वैसे भारत सिख कार्यकर्ताओं को निशाना बनाए जाने के कनाडा के आरोप को ‘बेतुका और निराधार’ बताते हुए आधिकारिक तौर पर विरोध दर्ज करा चुका है. जयशंकर ने कनाडा में टोरंटो के पास एक हिंदू मंदिर में रविवार को हुई तोड़फोड़ की भी निंदा की और इसे बेहद चिंताजनक बताया. सोशल मीडिया पर आए वीडियो में मंदिर परिसर में खालिस्तान समर्थक सिख अलगाववादी पीले झंडे लिए दूसरे लोगों के साथ झड़प करते दिखते हैं. दूसरे पक्ष में कुछ लोग अपने हाथों में भारत का राष्ट्रीय ध्वज लिए दिखाई देते हैं.
पीएम मोदी ने जस्टिन ट्रूडो को दी सख्त हिदायत
भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारी उस मंदिर का दौरा कर रहे थे, जहां झड़पें हुईं. हालांकि यह साफ नहीं है कि हिंसा कैसे शुरू हुई. उधर कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मंदिर में हिंसा को ‘अस्वीकार्य’ बताया और कहा कि ‘प्रत्येक कनाडाई को स्वतंत्र रूप से और सुरक्षित रूप से अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है.’
इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर पर हमले की सोमवार को कड़ी निंदा की थी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं. हिंसा की ऐसी हरकतें भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर पाएंगी.’
Tags: Canada News, Justin Trudeau, S Jaishankar
FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 16:54 IST
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