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नई दिल्ली. म्यूजिक लीजेंड एआर रहमान का संगीत के प्रति प्रेम और समर्पण जग-जाहिर है. वो अपने संगीत की आराधना करते हैं. म्यूजिक कंपोजर और सिंगर एआर रहमान को संगीत पिता से विरासत में मिला है. वो मशहूर म्यूजिक कंपोजर आरके शेखर के बेटे हैं. एआर रहमान ने जिंदगी की मुश्किलों से जूझते हुए धर्म परिवर्तन कर लिया था जिसके बाद उनका नाम दिलीप कुमार से बदलकर एआर रहमान हुआ. सिंगर अपनी जिंदगी के बारे में यूं तो ज्यादा बात करने से हमेशा ही बचते हैं और अगर वो बात करते भी हैं तो पिता का जिक्र ना के बराबर ही करते हैं. उन्होंने द वीक को दिए हालिया इंटरव्यू में बताया कि आखिर क्यों वो अपने पिता के जिक्र से बचते हैं.
म्यूजिक कंपोजर आर के शेखर और करीमा के बेटे एआर रहमान कहते हैं कि उनके पिता का अंत काफी दर्दनाक था जिसे याद कर आज भी उनकी रूह कांप जाती है और इसी वजह से वो इन सब बातों से बचते हैं. सिंगर के मुताबिक उनके पिता की मौत किसी डरावने सपने से कम नहीं था.
याद रखते हैं पिता की अच्छी यादें
एआर रहमान कहते हैं कि पिता की मौत के बाद जिस तरह श्री इलैयाराजा, जो उनके साथ काम करते थे, उन्होंने उनके बारे में बताया था वो आज भी उन्हें याद है. उन्होंने रहमान से कहा था कि उनके पिता उन्हें म्यूजिक रिकॉर्डिंग में साथ ले जाते थे ताकि वो उस पैसे से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें.
दर्दनाक था पिता का अंत
वो कहते हैं, ‘मेरे पिता की दयालुता, उदारता और उनका खुशमिजाज मुझे जिंदगी में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है, लेकिन उनका अंत अच्छा नहीं था. काफी दर्दनाक अंत हुआ था. उनका चेहरा स्केलेटन जैसा हो गया था, हड्डियां गलने लगी थीं, वो इमेज मेरे लिए बहुत दर्दनाक है. लेकिन मुझे लगता है कि उनका आशीर्वाद मेरी बहनों और मेरे पास है’.
मां से सीखा बहुत कुछ
ऑस्कर विनिंग सिंगर और म्यूजिक कंपोजर ने इसके साथ ही ये भी बताया कि उन्होंने अपनी मां से कौन सी चीजें सीखी हैं. वो कहते हैं, ‘वो बहुत मजबूत इंसान हैं. उनके साथ जो कुछ भी हुआ, उन्होंने जो कुछ भी सहा उसके बावजूद भी कभी जिंदगी से हार नहीं मानी.
Tags: AR Rahman, Entertainment news.
FIRST PUBLISHED : October 24, 2024, 13:13 IST
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