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पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं हरियाणा भाजपा प्रभारी सतीश पूनिया अपने जन्म दिन बनाने के लिए देर रात को बाड़मेर पहुंचे है। गुरुवार को सर्किट हाउस में भाजपा कार्यकर्ताओं और विधायकों ने उनका गुलदस्ता व माला पहनाकर स्वागत किया। वहीं कार्यकर्ताओं ने केक भी कटवाए।
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बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्वच्छ अभियान के तहत आई कचरा संग्रहण वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं हॉस्पिटल में मरीजों से मुलाकात की और फल फ्रूट भी बांटे। इसके बाद अग्रवाल पंचायत भवन में पूनिया को स्वागत रखा गया।
सतीश पूनिया को जन्मदिन की बधाई देने के लिए पदमश्री अनवर खान ने गाया स्वागत गीत
भास्कर से खास बातचीत की…..
सवाल- बाड़मेर जन्मदिन मनाने के पीछे क्या वजह रही है
जवाब- सतीश पूनिया ने कहा कि मैं लगभग मैंने 35 साल पहले राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी। तब गडरारोड में आया था। उसके बाद असंख्य दौरे यहां पर हुए। सीमा का क्षेत्र मुझे आकर्षित भी करता है। यहां का जन जीवन यहां के लोगों का प्रेम और कार्यकर्ताओं का प्रेम मुझे बुलाता है। पिछली बार में ट्राइबल (जनजाति वाले इलाके) एरिया में था इस बार सीमा क्षेत्र में हूं। जन्म दिन का हम सामाजिक सरोकारों से जोड़कर मनाते है। इसलिए इसमें कोई राजनीतिक मकसद नहीं है। कार्यकर्ताओं के बीच जहां इज्जत और मान सम्मान मिलता है। यहां के लोगों के प्रेम देखकर यहां आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं।
सवाल – आपके इस दौरे को यहां से आगामी चुनाव को देख कर जोड़ रहे है
जवाब – कतई नहीं मैं कभी सोच भी नहीं सकता कि यहां से मैं चुनाव लडूंगा। चुनाव भी पार्टी तय करती है मै तय नही करता हूं। जैसा मैंने कहा है कि एक सामाजिक संदेश देना चाहता था। बॉर्डर के इलाके में बीएसएफ के सहयोग से पेड़ लगाएंगे। नवजात गरीब बच्चियां उनके सुकन्या के खाते खुलावाएंगे।
कार्यकर्ताओं ने माला और साफा पहनाकर किया स्वागत।
सवाल- हरियाणा प्रभारी बनाया था उस समय सब अनुकूल नहीं था, लेकिन हरियाणा जाकर आपने सब कुछ बदल दिया
जवाब – लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक नरेटिव बीजेपी के खिलाफ चला रखा था। पूरा तो नहीं थोड़े सफल हुए थे। इस वजह से लोकसभा की कुछ सीटों पर हमें जीत नहीं मिली थी। लेकिन एक लिहाज से ईश्वर जो करता है वो अच्छे के लिए करता है। उससे हमें काम करने का, सीखने का, गलतियां सुधारने का अवसर मिला। जो प्रबंधन की कमियां लोकसभा थी उसे हमने विधानसभा में दूर की। स्वाभाविक तौर पर यह कॉन्फिडेंस था। हम कांग्रेस के मुकाबले में रहेंगे। लेकिन हरियाणा की जनता ने दस साल के बीजेपी कामकाज को वोट दिया। एक अच्छी बात यह थी कि वो देश के एजेंडा पर वोट करते है। कुल मिलाकर परिणाम सुखद रहा तो हम जैसे काम करने वाले लोगों को ऊर्जा देता है।
सवाल- हरियाणा में किस तरीके की रणनीति बनानी पड़ी
जवाब- देखिए जीत तो पार्टी का संगठन औ प्रबंधन अच्छा था। अभियान अच्छा होने के साथ उम्मीदवारों का सलेक्शन अच्छा था। इसमें सबसे बड़ी चीज जो कारक था। वो था रणनीति, अच्छी स्ट्रेजी केंद्र के निर्देश पर चारों प्रभारियों ने टीम हरियाणा के साथ मिलकर की उसके कारण जीत हासिल हुई।
सतीश पूनिया ने जिला मुख्यालय पर अलग-अलग प्रोग्राम में शामिल हुए।
सवाल- हरियाणा चुनाव में राजस्थान के नेताओं में जादू चला नहीं, और आपने सबकुछ बदल दिया
जवाब – कांग्रेस के नेता हवा में थे, हमनें जमीन पर काम किया। परिणाम भी जमीन पर आया। कांग्रेस के पास मोदी जी जैसा कुशल नेता नहीं है, अमित शाह जैसे रणनीतिकार नहीं है, जेपी नड्डा जैसे संगठनकर्ता नहीं है। कुल मिलाकर बीजेपी की ऊपर से लेकर नीचे तक जो टीम थी उसमें कांग्रेस का अभाव था।
सवाल- राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव है कैसे देखते है।
जवाब – मेरे को लगता है कि कांग्रेस को लोगों ने प्रदेश में और अन्य हिस्सों में नकार दिया। तो मैं उम्मीद करता हूं कि पार्टी और सरकार मिलकर अच्छे परिणाम होंगे। इतना मैं कहना चाहता हूं।
सवाल- खीवसर सीट आपके लिए चुनौती है, वहां भाजपा एक बार नहीं जीती
जवाब – देखिए मैं तो सात ही सीटों की जीत को लेकर आशान्वित हूं। इसमें खीवसर भी शामिल है। पार्टी पिछले बार भी बहुत कम अंतर से हारी थी। अच्छी तैयारी की है जमीन तौर पर। कैडिडेट्स भी सक्षम है। मुझे लगता है वहां पर हमारे लिए उम्मीद है।
सवाल- कांग्रेस के साथ अब हनुमान बेनीवाल भी बोले रहे भाजपा एससी-एसटी आरक्षण खत्म करने के बाद ओबीसी आरक्षण भी खत्म कर देगी
जवाब- मुझे नहीं लगता कि बीजेपी किसी एक जाति यां पंत या बिरादरी से बंधी है। यह सबको साथ लेकर चलती है। यही पार्टी की ताकत है।
सवाल – हनुमान बेनीवाल ने 2019 में बीजेपी के साथ चुनाव लड़ा और अब कांग्रेस के साथ, अब बोले रहे मेरी दुश्मन बीजेपी पार्टी है
जवाब – कोई व्यक्ति चुनाव लड़ने के लिए अधिकृत है। किसी के साथ तालमेल करने के लिए अधिकृत है। सब पार्टियां अपनी-अपनी ताकत से चुनाव लड़ती है। बाकी जनता के समक्ष है जो वो निर्णय करती है उसको स्वीकार करना पड़ता है।
सवाल- यहां पर क्या-क्या कार्यक्रम है और कितना जोश है कार्यकर्ताओं में
जवाब – बाड़मेर में लोगों को खूब आशीर्वाद मिल रहा है लोगों को बहुत उत्साह है। यहीं से हमें ऊर्जा मिलती है। आज सामाजिक सरोकार के काम करकेंगे। गडरारोड इंडो-पाक बॉर्डर पर बीएसएफ के सहयोग से पेड़ लगाएंगे। नवजात कन्या है सुकन्या समृद्धि के खाते खोले जाएंगे। यह सरकार की अभिनव पहल है।
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