[ad_1]
प्रदेश में औद्योगिक निवेश और विकास के लिए राइजिंग राजस्थान निवेश समिट की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। उद्योग विभाग विविध क्षेत्रों में लगातार उद्यमियों से वार्ता कर निवेश को प्रोत्साहित कर रहा है। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भा
.
इसके तहत विभिन्न औद्योगिक पार्क विकसित कर प्रदेश का नया औद्योगिक ढांचा खड़ा किया जाएगा। राठौड़ ने बताया कि आमतौर पर इस प्रकार के निवेश समिट और एमओयू होते रहे हैं, लेकिन हमारा पूरा फोकस उसे धरातल पर उतारने का है। सभी एमओयू को धरातल पर उतारने की चुनौती पर मैं खुद काम कर रहा हूं। इसके लिए मैंने पूरा फ्रेमवर्क तैयार कर लिया है। प्रदेश के बड़े से लेकर हर स्तर के अफसरों को उनकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। विभिन्न देशों, राज्यों और जिलास्तर पर अलग-अलग अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी धरातल पर स्थापित होने तक उन्हीं की रहेगी।
एक टीम बांग्लादेश से कपड़ा उद्योग को राजस्थान लाएगी
तकनीक को अपग्रेड करने के लिए यह एमओयू
मंत्री राठौड़ ने बताया कि राज्य के 48 पॉलिटैक्निक कॉलेज और 150 आईटीआई केंद्रों का तकनीकी संचालन टाटा करेगा। इसके लिए टाटा से एमओयू किया गया है। राज्य के ये संस्थान पुरानी तकनीक पर काम कर रहे हैं, उनमें मशीनरी व अन्य तकनीक को अपग्रेड करने के लिए यह एमओयू किया गया है। टाटा इनमें नई मशीनरी के साथ एक्सपर्ट की टीम के जरिए स्टूडेंट्स काे तैयार करेंगे।
पेट्रो कैमिकल व टैक्सटाइल पार्क राठौड़ ने बताया कि राज्य में पेट्रो कैमिकल पार्क बनाया जाएगा। इसके तहत रिफाइनरी से निकले अन्य उत्पादों से बनाए जाने वाले प्रॉडक्ट्स से जुड़ी यूनिट्स को जगह दी जा सकेगी। साथ ही अन्य पेट्रो कैमिकल यूनिट्स को लगाया जाएगा। इसके अलावा टैक्सटाइल पार्क सहित अन्य पार्क भी जगह के अनुसार विकसित करने का प्लान किया गया है। इससे एक शहर एक उत्पाद जैसे कॉन्सेप्ट को आगे बढ़ाया जा सकेगा।
कपड़ा कारीगरों को बुलाएंगे राजस्थान प्रदेश में टैक्सटाइल की वेरायटी विकसित करने के लिए अब बांग्लादेशी कपड़े की मैनुफैक्चरिंग की संभावना तलाशी जा रही है। बांग्लादेश में बदले हालात के बीच वहां के कारीगरों को राजस्थान बुलाया जाएगा। राठौड़ ने बताया कि वहां के कपड़ा उद्योग से जुड़े कारीगर यहां इसे आगे बढ़ा सकते हैं। इसके लिए यहां से एक टीम बांग्लादेश भेजी जाएगी, ताकि वह इसे एक्सप्लोर कर सके।
तकनीकी नवाचार, कृषि विभाग की आज राइजिंग राजस्थान प्री समिट
कृषि व सम्बद्ध विभागों की राइजिंग राजस्थान प्री समिट गुरुवार को होगी। कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार व किसानों की आय दोगुनी करने पर सेक्टर एक्सपर्ट मंथन करेंगे। कृषि विभाग में अब तक 19 हजार करोड़ से ज्यादा निवेश के प्रस्ताव मिल चुके है। प्री समिट में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी भी शामिल होंगे। राजन विशाल ने बताया कि प्री समिट में कृषि, पशुपालन एवं सम्बन्धित निवेशक भाग लेंगे।
[ad_2]
Source link