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बंगाल में गंगा सागर घूमने आए पुणे के बिजनेसमैन का उसके ही किरायेदार ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर किडनैप कर लिया। वे दोनों उसे लेकर झारखंड आ गए। फिर उसके बेटे को फोन कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। हालांकि, पुलिस ने किडनैपरों के चंगुल से बिजनैसमैन को बचा लिया।
बंगाल में गंगा सागर घूमने आए पुणे के बिजनेसमैन का उसके ही किरायेदार ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर किडनैप कर लिया। वे दोनों उसे लेकर झारखंड आ गए। फिर उसके बेटे को फोन कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। हालांकि, पुलिस ने किडनैपरों के चंगुल से बिजनैसमैन को बचा लिया।
बंगाल में गंगा सागर घूमने आए पुणे के एक अपहृत बिजनेसमैन को साहिबगंज जिला पुलिस ने बचा लिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में दो अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है। तीन अन्य अपहरणकर्ता भागने में सफल रहे। बिजनेसमैन की पहचान पुणे के यशवंत हीरामन विनोदे के रूप में हुई है जो अपने किरायेदार राजू के साथ गंगा सागर आया था।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह ने कहा कि साहिबगंज की सीमा से लगे पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में किरायेदार और उसके दोस्त व्यवसायी को किडनैप कर साहिबगंज जिले के राधानगर इलाके में ले आए। शुक्रवार को उन्होंने पुणे में विनोदे के बेटे को फोन किया और उसकी रिहाई के लिए एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। सिंह ने बताया कि फिरौती का फोन आने के बाद परिवार ने इस संबंध में पुणे के हिंजवाड़ी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुणे पुलिस ने साहिबगंज एसपी को घटना की जानकारी दी और उनसे मदद मांगी।
सिंह के निर्देश पर राजमहल के उपमंडल पुलिस अधिकारी विमलेश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस छापेमारी दल का गठन किया गया। दल ने बड़े पैमाने पर छापेमारी की और विनोद को गोल ढाब चुवाड इलाके से बचा लिया। पुलिस ने दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया, जिनकी पहचान मालदा जिला के मुथाबाड़ी थाना क्षेत्र के नसीम अख्तर और साहिबगंज के लल्लू शेख के रूप में हुई है। हालांकि, तीन अन्य अपहरणकर्ता नदी में कूद गए और भागने में सफल रहे।
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