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मेहंदी डिजाइन बनवाने के लिए एक दिवसीय मेहंदी केंद्र खोलकर करीब 200 महिलाओं को मेहंदी लगाई।
सेवा भारती झालावाड़ की ओर से शनिवार को मेहंदी डिजाइन बनवाने के लिए एक दिवसीय मेहंदी केंद्र खोलकर करीब 200 महिलाओं को मेहंदी लगाई। यह पहला प्रयोग है, इसमें सेवा भारती की बालिकाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने और परिवार की मदद के लिए यह कार्य शुरू किया
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झालावाड़ और झालरापाटन में एक दिवसीय मेहंदी केंद्र खोलकर यहां दोनों जगह सेवा भारती की करीब 27 बालिकाओं ने दिनभर महिलाओं के हाथों में सुंदर मेहंदी लगाई। इससे गरीब जरूरतमंद बालिकाओं की आर्थिक मदद के साथ ही उनको रोजगार की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाया जा सके। झालावाड़ में आदर्श विद्या मंदिर और झालरापाटन नगर में द्वारकाधीश मंदिर प्रांगण में यह केंद्र दोपहर 1 बजे से शुरू किए गए।
मेहंदी डिजाइन के लिए आई महिला सुशीला ने बताया कि यह अच्छी शुरुआत है। इससे गरीब बालिकाओं की मदद करके खुशी हुई। वहीं पायल ने बताया कि बाजारों में इस कार्य के लिए अच्छे रेट लिए जाते हैं। ऐसे में रेट भी कम लगे और गरीब बालिकाओं की भी मदद हुई। केंद्र की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई। इस मौके पर जिला कार्यवाहक रामस्वरूप, सेवा भारती जिलाध्यक्ष नरेंद्र वर्मा, उपाध्यक्ष राजू शर्मा, विद्या भारती प्रिंसिपल श्याम, विहिप विभाग मंत्री संदीप श्रोत्रिय, जिला मंत्री आनन्द गौतम, ट्रेनर दौलत गरासिया, शकुंतला गौतम, निशा कहार और झालरापाटन केंद्र पर सेवा भारती के प्रांत छात्रावास प्रमुख दुलीचन्द मौजूद रहे।
नन्ही बालिकाओं को मिली आर्थिक मदद सुंदर सुंदर मेहंदी डिजाइन बनाने वाली सभी बालिकाएं 3 से 8वीं कक्षा में अध्ययन करती हैं। शहर के वंचित वर्ग इलाके में रहने वाली इन बालिकाओं को सेवा भारती की ओर से आर्थिक रूप से सक्षम बनाने और त्योहारों को बेहतर तरीके से परिवार के साथ मनाने के लिए यह सफल प्रयोग किया है। केंद्र पर हथेली कलाई तक 50 रुपए और हथेली के ऊपर कोहनी तक 100 रुपए का नाम मात्र का शुल्क निर्धारित किया गया था। मेहंदी डिजाइन बनाने वाली बालिकाएं सिलाई, मेहंदी डिजाइन का प्रशिक्षण भी ले रही हैं।
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