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Delhi Weather: राजधानी दिल्ली में गुरुवार को दिनभर लोग उमस से बेहाल रहे। इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। गुरुवार को वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 97 रहा जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है।
Delhi Weather: राजधानी दिल्ली में गुरुवार को दिनभर लोग उमस से बेहाल रहे। इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, मौसम विभाग ने शुक्रवार को हल्की बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को सामान्य रूप से बादल छाए रहेंगे। इस दौरान कुछ इलाकों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
वहीं, गुरुवार को अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम आर्द्रता 92 फीसद और न्यूनतम आर्द्रता 61 फीसद रही। मौसम विभाग ने गुरुवार को बारिश होने की संभावना जताई थी, लेकिन कुछ इलाकों में ही मामूली बारिश हुई। पालम इलाके में शाम 5.30 बजे के बाद 0.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। दूसरी ओर गुरुवार को वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 97 रहा जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है।
खराब होने वाली है हवा
इससे पहले बुधवार को एक्यूआई गिरकर 235 यानी ‘खराब श्रेणी’ में था, जिसके एक दिन बाद यह सुधार नजर आया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया है, जिससे हवा और साफ हो सकती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, PM10 सबसे बड़ा प्रदूषक है, इसके बाद PM2.5, CO और NO2 आदि हैं। गुरुवार दोपहर को 25 एक्यूआई स्टेशनों ने PM10 को सबसे बड़ा प्रदूषक बताया।
एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा, ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटेओरॉलॉजी (आईआईटीएम) और आईएमडी द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला वेदर रिसर्च और पूर्वानुमान मॉडल काफी सटीक है। इसके अनुसार, आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता मध्यम और खराब के बीच रहेगी। सितंबर में एक्यूआई के कई दिनों तक ‘खराब’ श्रेणी में बने रहने के लिए यह बहुत जल्दी है। यह देखने की जरूरत है कि आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता खराब है या नहीं… प्रदूषकों को डायलूट और डिसपर्स (फैलाने) की वायुमंडल की क्षमता कम हो रही है और वैज्ञानिक मानना है कि हवा की गति और मिक्सिंग हाइट की कम वेंटिलेशन हवा की गुणवत्ता को खराब कर रहा है।’
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