[ad_1]
सागर के बहुचर्चित मान सिंह पटेल गुमशुदगी मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद अब ईनाम की घोषणा की है। लापता मान सिंह पटेल के संबंध में सूचना देने वाले को 30 हजार रुपए
.
जिसमें लिखा गया है कि गुमशुदा की तलाश। सागर के सिविल लाइन थाना के अपराध क्रमांक 203/2024 धारा 365भा.द.वि। गुमशुदा मानसिंह पटेल पिता गौरीशंकर पटेल वर्तमान उम्र 68 साल निवासी शिव विहार कॉलोनी तिली वार्ड सागर। हुलिया रंग-गेहुंआ, चेहरा-अंडाकार, ऊंचाई रीब 5 फीट 5 इंच, बाई आंख छोटी और पुतली सफेद। गुम होने के समय गुम व्यक्ति मान सिंह पटेल सफेद टी-शर्ट और काला पेंट पहने था जो 22 अगस्त 2016 को गुम होना सूचित किया गया है। उक्त व्यक्ति की सघनता से तलाश की जा रही है। गुम व्यक्ति की सूचना देने पर 30 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया है। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। आमजन के पास उक्त व्यक्ति के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना हो तो वह पत्राचार, मोबाइल नंबर 7587635602 और एसआईटी के सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से जानकारी दे सकता है। 8 साल पहले लापता हुए थे मान सिंह मान सिंह पटेल साल 2016 में लापता हो गए थे। कुछ समय पहले जमीन विवाद मामले में उनके बेटे सीताराम ने तत्कालीन कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह राजपूत समेत अन्य पर पिता को गायब कराने का आरोप लगाया था। सीताराम ने सागर के सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया था। इस पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था। इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नई एसआईटी बनाने और उसमें दूसरे राज्यों के सीनियर आईपीएस अफसरों को शामिल कर जांच करने के निर्देश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी ने एफआईआर दर्ज कराकर नए सिरे से जांच शुरू की है।
ईनाम किया गया घोषित।
एसआईटी की एफआईआर में क्या लिखा है सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 14 अगस्त को मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई गई। भोपाल देहात के आईजी अभय सिंह को इसका हेड, सीहोर एसपी मयंक अवस्थी और पीएचक्यू में पदस्थ अनुराग सुजानिया को सदस्य बनाया गया है। सब इंस्पेक्टर संदीप खरे को एसआईटी की मदद के लिए जांच अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने ही 23 अगस्त को यह FIR दर्ज की है। इसमें लिखा है…लापता मान सिंह के बेटे सीताराम ने सिविल लाइन थाने में शिकायत की थी कि मैं शिव विहार कॉलोनी, सागर में रहता हूं। खेती करता हूं। 21 अगस्त 2016 की रात करीब 11 बजे पिता मान सिंह ने मंदिर से वापस आकर बताया कि मेरा गोविंद सिंह राजपूत से विवाद हो गया है। 22 अगस्त की सुबह करीब 7 बजे मैं और पत्नी घर पर ही थे। पिता मान सिंह पटेल घर से लगे खेत से चारा लाने की बात कर निकले। काफी देर तक नहीं लौटे। आसपास ढूंढा। लोगों से पूछताछ की। कुछ पता नहीं चला। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट द्वारा WP (crl) 108/2023 ओबीसी महासभा विरुद्ध मप्र शासन एवं अन्य में 6 अगस्त 2024 को आदेश दिया। इसकी कॉपी 21 अगस्त को मिली है। इसी आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 365 के तहत केस दर्ज किया गया है।
[ad_2]
Source link