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अलवर| कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व बिहार के प्रभारी मोहन प्रकाश ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन संविधान के बेसिक स्ट्रैक्चर पर चोट करने जैसा है।
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देश की सुप्रीम कोर्ट की फुल बेंच का फैसला है कि संविधान के बेसिक स्ट्रैक्चर में संसद भी परिवर्तन नहीं कर सकती। उनके इस फैसले से संविधान में सात या आठ संशोधन करने पड़ेंगे। इसलिए यह संवैधानिक नहीं है। एक तरह से यह संविधान के बेसिक स्ट्रैक्चर पर चोट है। मोदी का इलेक्शन कमिशन तो वोट प्रतिशत को पांच दिन में बताता है। अभी चार राज्यों में चुनाव होने थे। दो राज्यों के चुनाव हो रहे हैं। दो के चुनाव नहीं हो रहे।
इस पर इलेक्शन कमिशन ने कहा कि अभी चार राज्यों में चुनाव नहीं करा सकते। जो चार राज्यों में चुनाव नहीं करा पा रहे। वे पूरे देश में एक साथ चुनाव कैसे कराएंगे? रविवार को अलवर में रामगढ़ के दिवंगत विधायक जुबेर खान के निधन पर श्रद्धांजलि देने आए मोहन प्रकाश ने कहा कि बीजेपी सभ्य पार्टी नहीं है। अगर सभ्य व मूल्यों का मानने वाली होती तो राहुल गांधी की हत्या या जुबां काटने वाले बयान पर प्रधानमंत्री व बीजेपी के अध्यक्ष को आगे आगे माफी मांगने की जरूरत थी।
कांग्रेस व बीजेपी में यही अंतर है। पिछले दिनों हमारी पार्टी के शीर्ष नेता मणिशंकर अय्यर ने एक गलत शब्द बोला तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया था। लेकिन बीजेपी ने राहुल गांधी पर दिए बयान पर ना किसी नेता पर कार्रवाई की और ना ही खेद जताया। राहुल गांधी ने संसद में नीट से लेकर महंगाई व बेरोजगारी तक सारे सवाल उठाए हैं। इसलिए भाजपा घबराई हुई है।
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