[ad_1]
हाथरस वाले बाबा के ग्वालियर आश्रम पर पुलिस ने दी दबिश
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ हादसे में 122 लोगों की मौत के बाद से भोले बाबा उर्फ सूरज पाल पूरे देश में चर्चित हो गया है। बाबा अभी फरार है, लेकिन बाबा के जहां भी आश्रम हैं वहां उनकी तलाश की जा रहा है। भोले बाबा का एक आश्रम ग्वालियर में तिघरा रोड पर
.
तिघरा रोड ग्वालियर में भोले बाबा उर्फ सूरज पाल का आश्रम
यहा बता दें कि यूपी के हाथरस में भोले बाबा उर्फ सूरज पाल के सत्संग में मंगलवार को उस समय भगदड़ मच गई थी जब बाबा के चरणों की धूल को लेने के लिए भक्तो में भगदड़ मच गई। इसकी समय यहाँ सेकड़ो लोग भीड़ के पैरों तले कुचल गए। 122 मौत की अभी पुष्टि हो चुकी है। न जाने कितने लोग घायल हैं। इस घटना के बाद से भोले बाबा उर्फ सूरज पाल गायब है। पुलिस लगातार बाबा की तलाश कर रही है। बाबा के देशभर में जितने भी आश्रम हैं उनका पता लगाया जा रहा है। यहां बता दें की ग्वालियर की तिघरा रोड पर भी बाबा का एक आश्रम होने का पता लगा है। पुलिस बुधवार शाम यहाँ पहुंची है। पुलिस ने तलघर से लेकर मंच तक की तलाशी ली है।
बाबा की तलाश में आश्रम पहुंची पुलिस
हादसे के बाद से भोले बाबा गायब है। ऐसे में पुलिस को पता Bhar की ग्वालियर में तिघरा रोड पर भी बाबा का आश्रम है। ऐसे में ग्वालियर पुलिस ने दबिश दी है। पुलिस ने तलघर तक में तलाशी ली है।
10 मई तक ग्वालियर में था बाबा
वहाँ बाबा के सेवादार ने बताया की बाबा आखिरी बार यहाँ परिवार सहित 10 मई को आए थे। उसके बाद बाबा ये आश्रम खाली कर गए थे। सेवादार का कहना है कि बाबा के जाने के बाद यह आश्रम में कोई कार्यक्रम नहीं हुआ है।
भोले बाबा की तलाश में पुलिस ने दी दबिश
मार्च 2024 में हुआ था आखिरी सत्संग
गांव के लोगों ने बताया की भोले बाबा ने ग्वालियर में आखिरी सत्संग मार्च 2024 में किया था। उस समय यहाँ बहुत भीड़ लगी थी। जबकि प्रशासन और पुलिस की नजर में वो कार्यक्रम हुआ ही नहीं है।
बाबा के नाम पर पोता रंग, कपडे से ढका मंच
जब दैनिक भास्कर की टीम पहुंची तो बाबा के सेवादार आश्रम में जहां जहाँ उनका नाम लिखा था उसे सफ़ेद रंग से पोत रहे थे। इतना ही नहीं सत्संग मंच पर लगे बाबा के पोस्टर पर कपड़ा ढक दिया था।
ऐसे समझिए पूरा मामला
यूपी के हाथरस में भोले बाबा उर्फ सूरज पाल के सत्संग में लाखों लोग शामिल हुए थे। मंगलवार दो जुलाई को जब बाबा की सत्संग का आखिरी चरण चल रहा था तभी बाबा के चरणों की धूल लेने के लिए सभी भक्त आगे बढ़े। इस दौरान धक्का मुक्की हुई तो वहां तैनात सेवादारों ने पानी फेंककर भीड़ पर काबू पाने का प्रयास किया। जिस पर वहां भगदड़ मच गई। इस भगदड़ के बाद वहां सैकड़ों लोग फंसकर भीड़ के बीच में कुचल गए। जिसमें एक सैकड़ा से अधिक लोग कुचलकर अपनी जान गंवा चुके हैं। घटना के बाद से बाबा सूरज पाल फरार है।
बाबा आश्रम में सत्संग मंच को भी कपड़े से कवर किया।
[ad_2]
Source link