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राजस्थान हाईकोर्ट को एक ओऱ न्यायाधीश मिल गया हैं। झारखंड हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस. चंद्रशेखर का राजस्थान हाई कोर्ट में ट्रांसफर हुआ हैं। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद विधि एवं न्याय मंत्रालय ने इसे लेकर अधिसूचना जारी कर दी हैं।
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जस्टिस एस चंद्रशेखर के ट्रांसफर होकर राजस्थान आने के बाद अब राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 33 हो जाएगी। जस्टिस एस चंद्रशेखर 17 जनवरी 2013 को झारखंड हाईकोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त हुए थे। वे 29 दिसम्बर 2023 से झारखंड हाई कोर्ट में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में काम कर रहे हैं।
वकालत में 3500 से ज्यादा केसों में की पैरवी
जस्टिस एस चंद्रशेखर ने 1993 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री करने के बाद 9 दिसम्बर 1993 को बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में अधिवक्ता के रूप में रजिस्ट्रेशन करवाया। इन्होंने अपने वकालत के 19 साल के करियर में सिविल और क्रिमिनल साइड में अलग-अलग अदालतों में पैरवी की।
इन्होंने करीब 3500 से ज्यादा केसों में पैरवी की। जिसमें अधिकतर केस सुप्रीम कोर्ट में लड़े। जिन केसों में इन्होंने पैरवी की, उसमे से 140 केसों में सुप्रीम कोर्ट ने रिपोर्टेबल जज़मेट दिया। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद व झारखंड राज्य के स्थायी अधिवक्ता के रूप में इन्होंने सुप्रीम कोर्ट में पैरवी की। इसके अलावा बिहार राज्य आवास बोर्ड, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद सहित विभिन्न निगम और संस्थानों वकील भी रहे।
मुख्य न्यायाधीश सहित 5 न्यायाधीश अन्य राज्यों से
राजस्थान हाई कोर्ट में जस्टिस एस चंद्रशेखर के ट्रांसफर होने से पहले मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव सहित 5 ज़ज अन्य राज्यों से ट्रांसफर होकर राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं। मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट से ट्रांसफर होकर 18 अक्टूबर 2021 को राजस्थान आए थे। वहीं 6 फरवरी 2024 को उन्हें राजस्थान हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। इसी तरह से जस्टिस बिरेन्द्र कुमार पटना हाईकोर्ट, जस्टिस अवनीश झिंगन पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट, जस्टिस अरूण मोगा दिल्ली हाईकोर्ट और जस्टिस एम लक्ष्मण तेलंगाना हाईकोर्ट से ट्रांसफर होकर राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त हुए हैं।
हाईकोर्ट में अभी भी न्यायाधीशों के 17 पद खाली
राजस्थान हाईकोर्ट में जस्टिस एस चंद्रशेखर के तबादले के बाद भी 17 न्यायाधीशों के पद खाली रहेंगे। हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के 50 पद स्वीकृत हैं। हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश सहित 32 न्यायाधीश कार्यरत हैं। अब जस्टिस एस चंद्रशेखर के बाद हाईकोर्ट में 33 न्यायाधीश हो जाएंगे, लेकिन उसके बाद भी 17 न्यायाधीशों के पद खाली रहेंगे। जानकारी के अनुसार राजस्थान हाईकोर्ट में कभी भी न्यायाधीशों के सभी पद नहीं भरे हैं। यहां न्यायाधीशों की अधिकतम संख्या 38 से 40 के बीच ही रही हैं।
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