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इंदौर के पंचकुइया स्थित युगपुरुष धाम आश्रम में 5 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 30 को अस्पताल में भर्ती कराया है। इनमें भी 10 की हालत गंभीर है। मौत की वजह फूड पॉइजनिंग और एनीमिया बताया जा रहा है। खून में इन्फेक्शन, डिहाइड्रेशन की भी आशंका है। कलेक्टर ने
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बताया जा रहा है कि बच्चों की शनिवार से ही तबीयत बिगड़ रही थी, पर सोमवार को बहुत सारे बच्चे प्रभावित हुए तो मामला सामने आया। सेवादारों का कहना है कि सबसे पहले आश्रम में एक बच्चे को इंफेक्शन हुआ था, पर वह स्वस्थ हो गया। इसके बाद अन्य बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। प्राचार्य अनिता शर्मा के अनुसार, बच्चों ने एक दिन पहले खिचड़ी खाई थी, तब सबकुछ सामान्य था। बाद में तबीयत बिगड़ी।
दो बच्चों का पोस्टमॉर्टम करने वाले जिला अस्पताल के डॉ. भरत वाजपेयी के अनुसार, बच्चों में खून की कमी थी। वे बहुत दुबले-पतले थे। बच्चों को कोई घोषित बीमारी नहीं थी। अंदरूनी चोट भी नहीं मिली है।
भारी बोझ… जिन बच्चों की जान गई, उनकी उम्र 7 से 13 साल के बीच थी। मानसिक दिव्यांग होने के कारण पहले तो घरवालों ने इन्हें छोड़ा। बाद में संस्थाओं के जरिये इन्हें आश्रम में भेज दिया जाता था।
सभी बच्चों को मिर्गी के झटके आते थे
1. शुभ (7) : नर्मदापुरम का था। एपीलेप्सी की बीमारी थी। शनिवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ी। रविवार को मौत। 2. करण (13) : सतना का था। उल्टी-दस्त के बाद हालत बिगड़ी और सोमवार को जान चली गई। 3. आकाश (7) : नर्मदापुरम का था। उल्टी-दस्त की परेशानी हुई। अस्पताल मेंं मंगलवार को दम तोड़ दिया। 4. गोविंद (5) : सोमवार रात खाना खाने के बाद असहज हुआ। अस्पताल लाने पर मंगलवार को मृत्यु। 5. रानी (10): खाने के बाद तबीयत बिगड़ी, मौत।
कलेक्टर ने जांच के लिए भेजा तो ठहाके लगा रहे थे एसडीएम… सीएम ने हटवाया
कलेक्टर आशीष सिंह ने मंगलवार को मल्हारगंज एसडीएम ओमनारायण बड़कुल को जांच के लिए माैके पर भेजा था। लेकिन वे भीतर अधीनस्थों के साथ हंसी-मजाक करते रहे। इसका वीडियो वायरल हुआ तो कलेक्टर ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर उन्हें हटा दिया। इधर, सीएम ने मासूमों के मौत पर दुख जताया। घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन करने के निर्देश भी दिए।
- आश्रम में मानसिक दिव्यांग बच्चे रहते हैं। यहां अभी 217 बच्चे (101 लड़के, 116 लड़कियां हैं।
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