[ad_1]
मुरैना खजूराबाद क्षेत्र में आसन नदी में पांच भैंसों की दर्दनाक मौत हो गई। भैंसों की मौत नदी के पानी में मौजूद केमिकल के पीने के कारण हो गई। भैंसे नदी में पानी पीने के लिए गई थी, पानी पीते ही उन्होंने दम तोड़ दिया। भैंसों के मरने से बौखलाए उनके मालिको
.
बता दें कि, मंगलवार की शाम चार बजे आसन नदी में छोड़े गए फैक्ट्री के केमिकलयुक्त गंदे पानी में पहुंची भैंसौ ने जैसे ही उस पानी को पिया, पानी पीते ही वे वहां गिर गई तथा बाहर नहीं निकल सकी। उनकी उसी पानी में मौत हो गई।
JCB से भैंसों को निकालते हुए
सॉल्वेंट फैक्ट्री में बनता है सरसों का तेल
हाइवे क्रमांक 44पर संचालित सॉल्वेंट फैक्ट्री में डीओसी, राइस ब्रान मिलाकर सरसों तेल तैयार किया जाता है। पास में ही एक अन्य फैक्ट्री में धान से चावल बनाया जाता है। इन दोनों फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकलयुक्त गंदे पानी को टैंकर के माध्यम से नदी में डाला जा रहा है, जिसे पीने से इन भैंसों की मौत हुई है।
आसपास के ग्रामीण कर चुके विरोध
बता दें कि, दूषित पानी को नदी में डालने का पूर्व में भी करुआ व आसपास के ग्रामीणों ने विरोध किया था। उस समय भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उपरोक्त केमिकल युक्त पानी को बंद करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन फैक्ट्री से निष्कासित हो रहे केमिकल युक्त पानी आज भी आसन नदी में डाला जा हा है। इस पानी को पीने से ग्राम जड़ेरुआ थाना नूराबाद निवासी रघुनाथ गुर्जर की 3 एवं ऋषी गुर्जर की 2 भैंस मृत हुयी है करने वाली भैंसों की कीमत लगभग 5 लाख रुपए बताई गई है।
मृत भैंसे
मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारी
इस घटना से आक्रोशित करुआ तथा आसपास के ग्रामीणों ने फैक्ट्री के समक्ष धरने देकर प्रदर्शन कर दिया। SDM भूपेन्द्र सिंह, SDOP बानमोर आदर्शकांत शुक्ला, तहसीलदार व पुलिस बल मौके पर पहुंचा और भैंस मालिकों को समझाइश दी। प्रशासन के अधिकारियों ने भैंस मालिकों को आश्वासन दिया है कि, संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी तथा मृत भैंसों के मालिकों को प्रशासन से उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। मृत भैंसों का पीएम कराया गया है।
फैक्ट्री का कैमिकल नदी में छोड़ते हुए
पुलिस और प्रशासन पर पकड़ रखते हैं फैक्ट्री मालिक
जिस सॉल्वेंट फैक्ट्री से निकले केमिकल युक्त पानी पीकर भैंसों की मौत हुई है वह साल्वेंट रमेश बिल्ला का बताया जा रहा है। रमेश बिल्ला काफी प्रभावशाली व्यक्ति है तथा मुरैना पुलिस एवं प्रशासन पर उसकी अच्छी पकड़ है। यही वजह है कि पहले भी कई बार इस प्रकार की घटनाएं घटने के बावजूद उनकी सॉल्वेंट फैक्ट्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस फैक्ट्री से टैंकरों द्वारा आसन नदी में पानी छोड़ा जाता है जिससे वहां दुर्गंध आती रहती है।
[ad_2]
Source link