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जाम करते ग्रामीणों को समझाते हुए पुलिस।
हरियाणा के नूंह में खंड पिनगवां के गांव लाहाबास के सैकड़ों महिला और पुरुषों ने पानी की समस्या को लेकर मंगलवार शाम को नगीना-पुन्हाना-होडल रोड पर जाम लगा दिया। वहीं करीब 1 घंटे तक लगे जाम के चलते सड़क पर वाहनों की काफी लंबी कतार लग गई। जाम की सूचना मिल
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गांव लाहाबास के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में जमीनी खारा पानी है जिसके चलते उन्हें वाटर सप्लाई के पानी पर ही निर्भर रहना पड़ता है। गांव को तेड गांव के बूस्टिंग चेंबर की वाटर सप्लाई से जोड़ा हुआ है, लेकिन करीब 10 साल से उनको पानी की कोई सप्लाई नहीं है। इसलिए मजबूर गांव के लोगों ने मुख्य वाटर सप्लाई की लाइन से अवैध कनेक्शन किए हुए हैं और जिससे वे अपने पीने के पानी का इंतजाम करते हैं।
नगीना-पुन्हाना-होडल रोड पर जाम लगाए ग्रामीण।
ग्रामीणों का कहना है कि जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उस वाटर सप्लाई को भी पिछले 15 दिन से बंद कर दिया है। जिसकी वजह से गांव में पीने के पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। मंगलवार को सैकड़ों महिला और पुरुषों ने जन स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ पानी की समस्या को लेकर रोड पर जाम लगा दिया। लोगों का कहना है कि अगर उनके पीने के पानी की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह जल्दी ही फिर से जाम लगाने को मजबूर होंगे।
ग्रामीणों का कहना है कि उनके पास पानी का कोई दूसरा विकल्प नहीं है ग्रामीणों का कहना है कि करीब 10 साल पहले गांव तेड में एक बूस्टिंग स्टेशन बनाया है जहां से नौ गांवों के लिए पीने के पानी की सप्लाई होनी है लेकिन अभी तक इस बूस्टिंग स्टेशन से पानी की सप्लाई गांव लाहाबास के लिए शुरू नहीं की गई है जबकि गांव लाहाबास में पहले से ही तो वाटर चैंबर बने हुए हैं उनमें भी पानी नहीं आता है।
इसलिए गांव वाले मजदूर होकर 1000-1200 रुपए का पानी का टैंकर खरीदकर पानी पीने को मजबूर है। वहींजन स्वास्थ्य विभाग के कनिष्ठ अभियंता साहून का कहना है कि जल्द ही गांव लाहाबास को तेड गांव की वाटर सप्लाई से जोड़ दिया जाएगा। उसके बाद गांव के लोगों को पीने की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा।
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