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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘हिंदू’ वाले बयान पर जोरदार पलटवार किया है। संसद में विपक्ष के नेता के तौर पर राहुल गांधी के भाषण को लेकर उमा भारती ने कहा कि उन्हें अब अपने पद और उम्र का ख्याल रखना चाहिए। भाजपा की फायरब्रांड नेता ने यह भी कहा कि राहुल गांधी अब युवा नहीं 50 साल के अधेड़ हो चुके हैं, लेकिन भाषण छात्र नेता की तरह दिया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिंदू या तो हिंसा के शिकार हुए हैं या हिंसा का सामना किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘कल संसद में राहुल गांधी जी का व्यवहार और भाषण विपक्ष के नेता की तरह नहीं, किसी कॉलेज के उच्छृंखल छात्र नेता की तरह था। राहुल को याद रखना होगा कि वह दुर्भाग्य से विपक्ष के नेता चुन लिए गए हैं, दूसरा वह अब युवा नहीं है बल्कि 50 साल से ज्यादा के अधेड़ हैं। राहुल जी अपना पद, अपना देश और अपनी उम्र का कुछ तो ख्याल रखिए, पूरे देशवासियों के साथ मैं भी आपकी भर्त्सना करती हूं।’
उमा भारती की तरह भाजपा और हिंदूवादी संगठनों के कई नेताओं ने राहुल गांधी के बयान को हिंदू विरोधी बताते हुए उन पर जोरदार पलटवार किया है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपत्ति जाहिर की थी। उन्होंने संसद में कहा कि यह गंभीर मामला है कि राहुल गांधी पूरे हिंदू समाज को हिंसक कह रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य मंत्रियों ने कांग्रेस नेता से माफी मांगने की मांग की। वहीं, कांग्रेस और विपक्षी दलों की ओर से सफाई दी जा रही है कि उन्होंने हिंदुओं पर नहीं बल्कि भाजपा पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया था।
लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा, ‘सभी धर्मों और हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा और निडरता की बात की है। वे कहते थे कि डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं डरो मत, डराओ मत। वह अहिंसा की बात करते हैं। लेकिन जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं, वो 24 घंटे हिंसा, नफरत और असत्य की बात करते हैं।’ राहुल ने कहा, ‘आप हिंदू हैं ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए, सत्य से पीछे नहीं हटना चाहिए। ये इसलिए चिल्ला रहे हैं, क्योंकि तीर दिल में जाकर लगा है।’
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