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Mathura: गंगाजल परियोजना से बनी पानी की टंकी धराशाई
– फोटो : संवाद
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उत्तर प्रदेश के मथुरा में रविवार को कृष्ण विहार में 2.5 लाख लीटर की पानी की टंकी ढह गई। इसकी जांच के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने चार सदस्यीय प्रशासनिक जांच कमेटी गठित की है। टीम से सात दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।
डीएम ने बताया कि प्रशासनिक जांच अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) मथुरा के नेतृत्व वाली चार सदस्यीय टीम करेगी। इसमें अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) के साथ ही अधीक्षण अभियंता, नगरीय निर्माण मंडल, जल निगम, आगरा, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग (प्रांतीय खंड) मथुरा, अधिशासी अभियंता (निर्माण) नगर निगम मथुरा-वृंदावन को रखा गया है।
टीम को सात दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। इस जांच में यह सामने आएगा कि आखिर हादसे के पीछे किस-किसकी लापरवाही रही, कौन-कौन अधिकारी और ठेकेदार, निर्माण फर्म इसके लिए जिम्मेदार है। इस रिपोर्ट के आने के बाद उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि टंकी गिरने की घटना में 15 लोग घायल हुए। इसमें से दो की मौत हो गई।
कहीं वृंदावन हादसे की तरह न दब जाएं जिम्मेदारों के नाम
वृंदावन में ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर से 200 मीटर की दूरी पर एक जर्जर मकान 15 अगस्त 2023 की शाम को गिर गया था। इसके मलबे में दबने से पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और पांच घायल हो गए थे। मृतकों में तीन कानपुर, एक देवरिया और एक पंजाब की महिला थी।
इनके परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा दिया गया था। हादसे की भी प्रशासनिक जांच के आदेश दिए गए थे। जांच एक माह से अधिक समय में पूरी हुई। इसके बाद भी निगरानी का जिम्मा संभालने वालों को बचा लिया गया था। ऐसे में पांच श्रद्धालुओं की मौत को आज तक इंसाफ नहीं मिल पाया है।
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