[ad_1]
हिसार जिले के नारनौंद के सुलचानी गांव के एक सीआरपीएफ के हवलदार की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। मृतक हवलदार के शव का गांव के शमशान घाट में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम सस्कार किया गया। बेटे ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी और सीआरपीएफ के जवानों ने
.
शव पहुंचते ही गांव में शौक की लहर दौड़ गई और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था। शव के अंतिम दर्शन के लिए गांवों से लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी रही। ग्रामीणों ने राजकुमार अमर रहे के नारे लगाए।
दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत
मृतक के बेटे अमित ने जानकारी देते हुए बताया कि उसके पिता हवलदार 52 वर्षीय राजकुमार सीआरपीएफ में 1994 में भर्ती हुए थे। फिलहाल वो दिल्ली के वजीराबाद के 70 बटालियन बवाना में तैनात थे। हवलदार राजकुमार का 2 दिन पहले ही सीआरपीएफ के दिल्ली स्थित आईबीएस अस्पताल में घुटने का ऑपरेशन हुआ था और वह अस्पताल में ही दाखिल चल रहे थे।
सलामी देते सीआरपीएफ के जवान।
गांव में हुआ अंतिम संस्कार
शुक्रवार रात को उनकी अचानक छाती में दर्द हुआ और उनका दिल का दौरा पड़ गया। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शनिवार को उसके शव को गांव में लाया गया और राजकीय सम्मान के साथ गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया।
[ad_2]
Source link