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चारों आरोपियों को हिरासत में लेती STF टीम।
हरियाणा में करनाल के बस स्टैंड के पास स्थित इमिग्रेशन ऑफिस के बाहर वरना गाड़ी पर हुई फायरिंग के मामले में STF ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड के रूप में ऑफिस के मालिक अमनदीप को पाया है, जिसने बंदूक का लाइसेंस बनवाने क
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इस मामले में STF ने शुक्रवार देर शाम को मास्टरमाइंड अमनदीप के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनसे एक अवैध पिस्तौल व 6 जिंदा राउंड भी बरामद किए हैं। इस मामले में दो आरोपी और भी है जो अभी फरार चल रहे उनको पकड़ने के लिए टीम द्वारा छापेमारी की जा रही है। आज सभी आरोपियों को टीम द्वारा अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।
आरोपियों से बरामद की गई बंदूक व जिंदा रौंद।
लारेंस बिश्नोई गैंग की धमकी
बीती 23 जून को करनाल के बस अड्डे के पीछे औपेरा एजुकेशन कन्सलटैन्ट प्राइवेट लिमिटेड ऑफिस के मालिक अमनदीप की ब्लैक वरना गाड़ी पर दो नकाबपोश बाइक सवारों ने पांच राउंड फायर किए थे। फायरिंग के बाद अमनदीप को विदेशी नंबर से वॉट्सअप के माध्यम से वॉयस नोट भेजा गया, जिसमें गोल्डी बराड़ के छोटे भाई और लारेंस बिश्नोई गैंग से धमकी दी गई कि फिरौती के पैसे नहीं देने पर उसे और उसके परिवार को जान से मार दिया जाएगा।
अमनदीप का बयान
अमनदीप ने उस समय सिविल लाइन थाना पुलिस को बताया था कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता है और उसका ऑफिस करनाल में स्थित है। घटना के दिन वह अपनी गाड़ी को ऑफिस के बाहर खड़ी करके अंदर गया था, तभी बाहर गोलियों की आवाज सुनाई दी। बाहर आकर देखा तो स्प्लेंडर बाइक पर सवार दो बदमाश गाड़ी पर फायर करके भाग रहे थे।
अमनदीप ने यह भी बताया कि उसे पिछले तीन महीने में दो बार विदेशी मोबाइल नंबर से धमकियां मिल चुकी थीं, जिसमें 1 करोड़ रुपए की मांग की गई थी। घटना के बाद पुलिस ने सिविल लाइन थाना में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
इस गाड़ी पर चली थी गोलियां।
पांच शूटर आए थे करनाल
पुलिस के मुताबिक, अमनदीप ने UP के शामली से पांच शूटरों को हायर किया था। घटना वाले दिन गाड़ी से आरोपी करनाल पहुंचे थे। उन्होंने पीछे ही कहीं पर गाड़ी को खड़ा कर दिया था। करनाल में ही शूटरों को बाइक उपलब्ध करवाई गई थी। दो शूटर बाइक पर सवार होकर ऑफिस के बाहर पहुंचे थे और पांच राउंड फायर करके वहां से फरार हो गए थे।
जांच STF करनाल के इंचार्ज दीपेंद्र राणा और उनकी टीम कर रही थी। जांच के दौरान तीन आरोपियों कादरगढ़ निवासी रितिक कुमार उर्फ लाला, भाईसैनी इस्लामपुर निवासी मोहम्मद नाजिम और हसनपुर निवासी विपुल कुमार को मंगलौरा नाके से गिरफ्तार किया गया। जिसमें एक शूटर भी है, जिसने फायरिंग की थी। अमनदीप को करनाल से ही गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी देते STF इंचार्ज दीपेंद्र राणा।
अमनदीप ने ही करवाई थी फायरिंग
जब शूटर से गहनता से पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि शिकायतकर्ता अमनदीप के कहने पर ही गोलियां चलाई गई थी। इसके बाद STF ने अमनदीप को भी हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने सारी बात कबूल कर ली। इस पूरे षडयंत्र का मास्टरमाइंड अमनदीप ही था, जिसने अपनी बंदूक का लाइसेंस बनवाने के लिए अपनी गाड़ी पर गोलियां चलवाई।
STF इंचार्ज दीपेंद्र राणा ने बताया कि फिरौती की जो कॉल आई थी, वह सच में ही लोरेंस बिश्नोई के आदमी की तरफ से आई थी, या फिर अमनदीप ने वह भी किसी से करवाई थी, वह जांच का विषय है। जिसके लिए अमनदीप को रिमांड पर लिया जाएगा। आज सभी आरोपियों का अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।
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