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हेमंत के वकील ने कहा था-यह राजनीतिक प्रतिशोध का मामला
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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 148 दिन बाद जेल से बाहर आए। हाईकोर्ट के जस्टिस रोंगन मुखोपाध्याय की कोर्ट ने शुक्रवार को 50-50 हजार रुपए के दो मुचलकों पर उन्हें जमानत दी। हेमंत के भाई पथ निर्माण मंत्री बसंत सोरेन और कुमार सौरभ ने पीएमएलए कोर्ट में मुचलका दाखिल किया। फिर कोर्ट ने जेल अधीक्षक को रिलीज ऑर्डर भेजा। दोपहर बाद 3:45 बजे हेमंत सोरेन बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा (होटवार जेल) से बाहर निकले। उन्हें लाने के लिए पत्नी कल्पना सोरेन, दोनों बेटे और बड़ी संख्या में झामुमो के नेता-कार्यकर्ता जेल पहुंचे थे। जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने 13 जून को फैसला सुरक्षित रख लिया था। रांची के बड़गाईं स्थित 8.86 एकड़ जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 31 जनवरी को लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि जिस जमीन के मामले में हेमंत को गिरफ्तार किया है, उसपर कब्जा लेने में उनकी कोई भूमिका नहीं है। सारे तथ्यों को देखकर स्पष्ट होता है कि बड़गाई शांति नगर स्थित 8.86 एकड़ जमीन हासिल करने या कब्जा लेने में उनकी अप्रत्यक्ष रूप से भी उनकी कोई संलिप्तता नहीं दिखती है। न ही जमीन छिपाकर रखने के मामले में प्रोसिड्स ऑफ क्राइम बनता है और न ही कोई रेवेन्य रेकर्ड प्रत्यक्ष रूप से उनकी संलिप्तता दर्शता है। ईडी का आरोप है कि बिना कीमत चुकाए वर्ष 2010 से संपत्ति हासिल करने में हेमंत संलिप्त है। शेष पेज 14 पर
आगे क्या…अभी सीएम पद की जिम्मेदारी से दूर रहेंगे, संगठन को करेंगे मजबूत, ईडी जा सकता है सुप्रीम कोर्ट
जेल से बाहर आने के बाद हेमंत सोरेन 30 जून को हूल दिवस पर भोगनाडीह में जनता से सीधा संवाद करेंगे। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि फिलहाल वे सीएम पद की जिम्मेदारी से दूर रहेंगे और संगठन को मजबूत करेंगे। विधानसभा चुनाव तक संगठन की सक्रिय रूप से जिम्मेदारी निभाएंगे। अब वे जनता के बीच रहेंगे तो विधानसभा चुनाव पर भी इसका सीधा असर दिखेगा। अब तक की रणनीति के मुताबिक वे राज्य के हर विधानसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे और भाजपा की मंशा व कार्यकलापों से लोगों को अवगत कराएंगे। भाजपा पर सीधा प्रहार जारी रखेंगे। उनका मकसद विरोधियों के मनोबल को कमजोर करना होगा।
{हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट से मिली जमानत को ईडी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे सकता है। सुप्रीम कोर्ट से जमानत रद्द करने का आग्रह कर सकता है। ईडी सूत्रों के मुताबिक पुख्ता सबूत के आधार पर उनकी गिरफ्तारी की गई थी।
मैंने जो काम शुरू किया है, जो युद्ध मैंने छेड़ा है, उसे पूरा करूंगा: हेमंत
जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि बिना किसी आधार के उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झूठा आरोप बनाकर फंसाया गया। गलत मंशा से परिस्थिति बनाकर उन्हें करीब पांच महीने जेल में बिताने को मजबूर किया गया। पांच माह बाद महीने बाद जेल से बाहर आया हूं। पूरे देश को पता है कि मैं जेल किस लिए गया था और आखिरकार कोर्ट ने अपना न्याय सुनाया है और उसी के तहत आज बाहर आया हूं। मैं न्यायपालिका का सम्मान करता हूं। लेकिन ये चिंता की बात है कि वर्तमान समय में राजनेताओं, समाजसेवी, लेखकों और पत्रकार जैसे लोगों की आवाज बड़ी ही सुनियोजित तरीके से दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि कई लोगों को मंत्री रहते हुए जेल में डाल दिया जा रहा है। और न्याय की प्रक्रिया इनती लंबी हो रही है,जिससे दिन और महीने नहीं बल्कि वर्ष लग रहे हैं। जो लोग पूरी शिद्दत के साथ अपना काम कर रहे हैं, उसमें बाधाएं डाली जा रही हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कोर्ट के आदेश की अच्छे से समीक्षा करें और देश को बताएं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को दबाया जा रहा है। कहा कि मैंने जो काम शुरू किया है, जो युद्ध मैंने छेड़ा है, उसे पूरा करूंगा। उधर, झामुमो ने एक्स पर लिखा-हर अत्याचारी का अंत बुरा ही होता है।अंत में जीत सत्य की ही होती है।
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट ने दी जमानत, 148 दिन बाद जेल से बाहर आए
गिरफ्तारी से जमानत तक कब-कब क्या हुआ…
हेमंत बोले-झूठे आरोप में फंसाकर मुझे पांच माह जेल में बिताने को मजबूर किया
जेल के गेट पर पत्नी कल्पना सोरेन के साथ हेमंत सोरेन…उन्हें लाने के लिए कल्पना अपने दोनों बेटों और झामुमो के नेता-कार्यकर्ताओं के साथ पहुंची थीं। फोटो: वसीम
4.30 बजे पिता शिबू सोरेन के आवास पहुंचे। यहां उनकी मां ने हेमंत सोरेन का आरती उतारी। इसके बाद हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन से मिले। पिता से आशीर्वाद लिया और उनकी स्वास्थ्य की जानकारी ली।
28 जून को हाईकोर्ट ने हेमंत को जमानत
11:38 बजे हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाया।
1:23 बजे बसंत सोरेन बेल के सभी जरूरी दस्तावेज लेकर हाईकोर्ट पहुंचे।
1:47 में हाईकोर्ट के ऑर्डर की कॉपी मिली।
3:00 बजे बेल बांड कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
3:37 बजे पीएमएलए कोर्ट ने हेमंत की रिहाई का ऑर्डर जारी किया।
4.00 बजे करीब हेमंत होटवार जेल बाहर निकले।
31 जनवरी को हेमंत सोरेन से दूसरी बार लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने देर रात गिरफ्तार किया।
22 मई को हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर।
13 जून को जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी करने के बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा।
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