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न्यूज18 इंग्लिश की रिपोर्ट के अनुसार, फैशन डिजाइनर ने आगे कहा, ‘लोकल लोग जो हर दिन मंदिर पहुंचते हैं, वे नियमों को नहीं जानते हैं, तो वे पहली बार पंजाब घूमने आई एक हिंदू लड़की से नियमों को जानने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं, खासकर जब किसी ने मुझे नहीं रोका, तो यह सब निराधार है. मुझे नहीं पता कि एसजीपीसी ट्रस्ट का क्या प्रोपेगैंडा है, लेकिन मैं पीड़ित महसूस कर रही हूं. मेरे खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द होनी चाहिए, क्योंकि इसका कोई आधार नहीं है. (फोटो साभार: Instagram@archana.makwana)
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