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UIT द्वारा 6 महीने पहले बनाई नाले की सेफ्टीवॉल टूटी।
सरकारी विभागों में तालमेल की कमी से लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती है। ऐसा ही एक मामला नांता इलाके में सामने आया है। नगर विकास न्यास (UIT) द्वारा 6 महीने पहले बनाई गई नाले की सेफ्टीवॉल टूट गई। जिससे निगम का नाला जाम हो गया। पास के खेत में पानी भर गया। नि
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नाला जाम हो गया। पास के खेत में पानी भर गया।
उत्तर नगर निगम वार्ड 29 से पार्षद पति मोहन सैनी ने बताया कि नांता इलाके में पार्श्वनाथ मल्टी के पीछे से मोहनलाल सुखाड़िया योजना तक UIT द्वारा सड़क निर्माण करवाया गया। पिछले 6 महीने से करीब डेढ़ किमी हिस्से में निर्माण चल रहा है। इसी इलाके में नगर निगम का नाला गुजर रहा है। UIT ने 6 महीने पहले नाले की सेफ्टीवॉल बनाई। 6 महीने में दूसरी बार सेफ्टी वॉल टूट गई। सेफ्टीवॉल टूटने से नाला जाम हो गया। जिससे बारिश का पानी पास के खेत (करीब 25 बीघा) में भर गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर निगम से LNT मशीन मंगवाकर नाले की सफाई की कोशिश की। UIT के अधिकारियों को मौके पर बुलाया।
स्थानीय लोग अधिकारियों से लगातार सम्पर्क में जुटे है। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा।
नाले के नीचे से PHED की पाइप लाइन गुजर रही है। PHED के अधिकारियों ने पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के चलते नाला सफाई की परमिशन नहीं दी। पिछले दो दिन से LNT मशीन मौके पर खड़ी है। काम बंद है। UIT अधिकारी द्वारा नाला सफाई के दौरान सेफ्टीवॉल टूटने की बात गलत है। जिस जगह सेफ्टीवॉल टूटी वहां से 300 फीट दूरी पर LNT मशीन खड़ी है। सेफ्टीवॉल तो एक किमी आगे भी टूटी हुई है वहां तक तो मशीन ही नहीं गई। ये तो सिंगल रोड़ है।
UIT इंजीनियर अंकित अग्रवाल का कहना है कि अभी हाल ही में ये प्रोजेक्ट उनके पास आया है। 6 महीने पहले सेफ्टीवॉल टूटने की जानकारी नहीं है। अभी LNT मशीन से नाला सफाई के दौरान सेफ्टीवॉल टूटी है। समस्या कर समाधान के प्रयास किए जा रहे है।
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