[ad_1]
भीषण गर्मी और उमस भरे माहौल में भी वह 5 हजार से ज्यादा पुशअप्स करता है।
हरियाणा के फतेहाबाद में एक ऐसा पहलवान है, जो एक बार पुशअप्स करना शुरू कर दे तो उसे कोई रोक नहीं सकता। देखने वाला उसे देखकर थक जाता है, लेकिन यह शख्स पुशअप्स करते-करते नहीं थकता। भीषण गर्मी और उमस भरे माहौल में भी वह 5 हजार से ज्यादा पुशअप्स करता है।
.
यह पहलवान फतेहाबाद के गांव कलोठा का रहने वाला राकेश कुमार निकड़ा है। राकेश का कहना है कि अब तक वह एक बार में 11 हजार से ज्यादा पुशअप्स करने का रिकॉर्ड बना चुका है। वह जयपुर, बीकानेर, हरियाणा और पंजाब में कई जगहों पर जा चुका है, लेकिन देश-विदेश में अभी तक किसी ने उसकी चुनौती स्वीकार नहीं की है। आज राकेश कुमार ने फतेहाबाद के पुराने बस स्टैंड पर अपने करतब से सबको चौंका दिया।
यहां अपने 8 साल के बेटे के साथ उसने पहले भीड़ को चुनौती दी और फिर पुशअप्स करना शुरू कर दिया। एक सामान्य व्यक्ति 20-25 पुशअप्स करने के बाद हांफने लगता है, जबकि उसके बेटे ने भी 50 से ज्यादा पुशअप्स किए। यह देख हर कोई दंग रह गया।
करीब 20 मिनट में राकेश ने 600 से ज्यादा पुशअप्स भी लगाए और रुके नहीं, मैदान पसीने से भीग गया। मीडिया द्वारा काफी रोके जाने के बाद उन्होंने अपनी चुनौती को बीच में ही रोककर बात की।
खुला मुकाबला देता है पहलवान।
एक पैर पर 2 किलोमीटर लगता है दौड़ता
राकेश ने बताया कि उसके पिता कश्मीर सिंह पहलवानी करते थे, उन्हें देखकर उसने भी जोर आज़माइश शुरू कर दी। वह जिम नहीं जाता, जिम जाने वालों का शरीर अंदर से खोखला ही रह जाता है। न ही वह कोई प्रोटीन सप्लीमेंट लेता है। वह सिर्फ रोटी, दाल, सब्जी, फल आदि देसी खुराक लेता है।
वह बहुत कम सोता है और रात 2 बजे ही अपनी वर्जिश शुरू कर देता है। रात को 2 बजे वह एक पैर पर गांव में दो किलोमीटर की रोजाना दौड़ लगाता है और उसके बाद रोजाना इसी तरह पुशअप व उठक बैठक लगाता रहता है।
एक पैर पर गांव में दो किलोमीटर की रोजाना दौड़ लगाता है।
5 हजार से ज्यादा पुशअप लगातार लगाएगा
उसने दावा किया कि कोई भी उसके सामने किसी भी समय आ जाए, वह 5 हजार से ज्यादा पुशअप लगातार लगाएगा, और कोई उसके साथ मुकाबला करके दिखाए। इतना ही नहीं वह 80 किलो के इंसान को पीठ पर बैठाकर 600 पुशअप लगा सकता है।
80 किलो के इंसान को पीठ पर बैठाकर 600 पुशअप लगा सकता है।
पीठ पर बैठने के लिए चैलेंज दिया
भीड़ में उसने आवाज लगाकर किसी भी इंसान को उसकी पीठ पर बैठने के लिए चैलेंज दिया, उसे भी लोगों ने स्वीकार नहीं किया। उसने बताया कि डेली अभ्यास करने से उसे कोई तकलीफ नहीं होती। उसे देखकर उसका बेटा भी अब 50-60 पुशअप रोज लगाता है। उसके चार बच्चे हैं, जिनमें से एक बच्ची की मौत हो चुकी है। वह युवाओं को नशे से दूर रहने और सेहत के प्रति जागरूक रखने के लिए इस तरह से जगह-जगह जाकर चैलेंज देता आ रहा है। राकेश ने बताया कि कुछ साल पहले एक सड़क हादसे में उसके ऊपर से एक गाड़ी गुजर गई थी, जिसके कारण उसके कंधा, हाथ और पांव टूट गए थे, बावजूद उसके अपनी पहलवानी की ललक को बरकरार रखा।
[ad_2]
Source link