अजित सिंह
सोनभद्र-/ अक्सर देखा गया हैं कि बड़े-बड़े शहरों में फिल्मों की शूटिंगे चलते रहती हैं।
लेकिन छोटे शहरों में जल्दी नही देखने को मिलती हैं लेकिन सोनभद्र एक ऐसा पर्यटन स्थल हैं जहाँ डायरेक्टर से लेकर प्रोड्यूसर तक सोनभद्र के विव देख कर अपने आप को रोक नही पा रहे हैं और सोनभद्र के एरिया को कवरेज करते दिख रहे है।
बताते चलें कि इस बार मंगलवार की सुबह एक भोजपुरी फिल्म जिसका नाम है,एक लोटा पानी की शूटिंग को हरी झण्डी दिखाई गई हैं।
जिसमे डायरेक्टर चन्दन सिंह एवं हीरो की भूमिका आदित्य ओझा और अभिनेत्री की भूमिका निभा रही हैं सोनभद्र चोपन की रहने वाली मुस्कान सैनी जो एक लोटा पानी फिल्मों की शूटिंग सोनभद्र का सिन के साथ बनायेंगे।
जब अभिनेत्री मुस्कान सैनी से इस विषय पर वार्तालाप हुआ तो उन्होंने बताया कि मैं मुम्बई में रहती हूँ मुझे जब लीड अभिनेत्रि का रोल मिला और मुझे ये पता चला कि इसकी सारे शूटिंग सोनभद्र से शुरू होंगी तो मै सोच में पड़ गई और खुश हो गई कि हमारे घर के आसपास हमे जाने का मौका मिल रहा हैं ऐसे में साल में एक ही बार घर जा पाती हूँ।
इस फ़िल्म एक लोटा पानी में सन 1990 के लव स्टोरी को दोहराया गया है जैसे लोग कम उम्र में शादी कर लेते थे और कुछ वर्षों बाद वो गौना करके दुल्हिन को घर ले आते थे।
उसी में कहानी में ये भी दिखाया गया है कि एक व्यक्ति को दहेज में साईकिल मिलता है जिसकी साईकिल चोरी हो जाती हैं, उसका रिपोर्ट लिखवाने वो थाने पहुँचता हैं तो पुलिस द्वारा उससे प्रूफ मांगी जाती हैं जो उसके पास कोई प्रूफ नही देता हैं।
तो दूल्हे राजा भी प्रसाशन को जवाब देने के लिए एक कुआ खोदता हैं और उसका फोटो ग्राफी करके के वो कुआ को मिट्टी भर कर ढक देता हैं।
फिर प्रशासन को बताता है यहाँ कुआ था तो प्रशासन नही मानती हैं कि यहाँ कुछ था तभी वो फोटो दिखाता हैं,उस फ़ोटो में कुआ दिखता हैं फिर प्रशासन जाँच में जुट जाती हैं तभी वो ज़िले एक तमाम अधिकारियो को सच बताता है कि मेरी दहेज वाली साईकिल चोरों हुई थी तो प्रसाशन इतना जाँच नही की थी हमसे प्रूफ मांगा गया था तो हम भी उन्हें जागरूक करने के लिए ये कहानी को रचे ताकि हर तरह केश पर जाँच हो।
वही इस फ़िल्म के बारे मे जब आसपास के लोगों को पता चला तो लोगों में खुशी इज़हार करते दिखे और अभिनेत्रि मुस्कान सैनी के घर वालों को बेटी के इस उपलब्धि हासिल करने को लेकर बधाई देते नजर आये।
अब देखना यह है कि इस फ़िल्म को बनने और आने में कितना समय लगता हैं।