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नागौर जिला अस्पताल के पुराने भवन में एमसीएच विंग शिफ्ट किया जाना प्रस्तावित है। लेकिन इस शिफ्टिंग के पीछे नागौर के चिकित्सा विभाग के इरादे सकारात्मक नजर नहीं आ रहे हैं। नागौर का जिला अस्पताल पहले नागौर में परशुराम सर्किल के पास भामाशाह पित्ती परिवार
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पुराना भवन शहर के मुख्य इलाके में बेशकीमती जमीन पर बना हुआ है। ऐसे में चिकित्सा विभाग गुपचुप तरीके से बेशकीमती जमीन पर बने भवन पर भामाशाहों की इजाजत के बिना ही नाम परिवर्तन कर चिकित्सा विभाग का ठप्पा लगाना चाह रहा है। पहले तो चिकित्सा विभाग गुपचुप तरीके से इस एमसीएच विंग को शिफ्ट करके भवन पर जबरदस्ती जिला अस्पताल का नाम लगाना चाह रहा था, लेकिन एमसीएच विंग की शिफ्टिंग में देरी होने से चिकित्सा विभाग की इस कारगुजारी की कलई खुल गई। शहर के लोग अब नाम बदलने की इस कार्रवाई के खिलाफ मुखर होने लगे हैं तो वहीं एमसीएच विंग शुरू करने में हो रही देरी को लेकर भी विरोध के स्वर सामने आ रहे हैं। सर्वसमाज के लोगों ने जहां पुराने अस्पताल का नाम बदलने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, वहीं शिवसेना ने जल्द से जल्द इसे शुरू नहीं करने पर आंदोलन का ऐलान किया है।
अखिल भारतीय वैश्य सम्मेलन व अग्रवाल पंचायत ट्रस्ट समेत सर्वसमाज के प्रतिनिधि जिला कलक्ट्रेट पहुंचे। अग्रवाल पंचायत ट्रस्ट के अध्यक्ष मांगीलाल बंसल, समाजसेवी भोजराज सारस्वत, सुरेश पित्ती, महेंद्र पहाडिय़ा, दिलीप पित्ती आदि ने कहा कि भामाशाह सेठ वल्लभ रामदेव पित्ती ने करीब 80 साल पहले लाखों रुपए लगाकर इस अस्पताल का निर्माण करवाया था, कुछ समय पहले इसे बंद कर दिया गया। ऐसे में रोगियों की परेशानी बढ़ गई। इसे दोबारा शुरू करने की मांग हुई तो एमसीएच विंग को यहां शिफ्ट करने की कार्रवाई शुरू की जा रही है। पर पुराने अस्पताल से भामाशाह का नाम ही मिटा दिया गया है, उसके स्थान पर जेएलएन अस्पताल का बोर्ड लगा दिया गया, जो उचित नहीं है। इसको लेकर जनता में काफी आक्रोश है। सरकारी स्तर पर यह निर्णय भामाशाह व उसके परिवार के साथ छलावा है। ऐसे में अस्पताल का नाम दोबारा सेठ श्रीवल्लभ रामदेव पित्ती राजकीय शहरी चिकित्सालय किया जाना चाहिए। इस तरह का श्रेष्ठ कार्य करने वालों की उपेक्षा जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। इस संदर्भ में जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की गई।
वहीं दूसरी ओर शिवसेना की ओर से कलक्टर को ज्ञापन देकर मांग की है कि 5 दिन के भीतर एमसीएच विंग पुराने अस्पताल में शिफ्ट नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। शिवसेना जिला प्रमुख नारायणराम बिडियासर, धीरज कोठारी, घनश्याम पिचकिया, नारायण गिरी, प्रेम धोलिया, हजारीराम आदि की ओर से दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि एमसीएच विंग को यहां जल्द से जल्द शिफ्ट कर जनता को राहत दी जानी चाहिए।
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