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बांसवाड़ा में डमी कैंडिडेट बैठाकर परीक्षा देने के मामले में डमी अभ्यर्थी और दलालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार 4-5 कार्मिकों ने डमी कैंडिडेट बैठाकर पास होने के मामले में सरेंडर कर दिया है।
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इस मामले में डीएसपी विनय चौधरी से बात की तो नाम बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अब तक 7 एफआईआर और 7 गिरफ्तारी हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि अब बांसवाडा में कार्रवाई एसओजी की तर्ज पर की जा रही हैं। इसमें अब डिटेन नहीं कर सीधे गिरफ्तारी की जा रही हैं। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ कर रहे हैं। अब तक पूछताछ के लिए बुलाए गए कैंडिडेट की संख्या 70 तक पहुंच चुकी है। इसमें विभिन्न भर्ती शामिल हैं।
विभिन्न विभागों की 7 भर्तियों में 48 सस्पेक्ट
पुलिस सूत्रों के अनुसार अब तक की इन्वेस्टिगेशन में 48 सस्पेक्ट करीब करीब फर्जी साबित होने को हैं। जिनकी गिरफ्तारी होगी। इसमें अलग अलग भर्ती के कार्मिक शामिल हैं। जहां विभागीय बात करें तो वन विभाग 7, शिक्षक थर्ड ग्रेड 15, सेकेंड ग्रेड 10, सूचना सहायक 4, ग्राम सेवक 10, पटवारी 8 और 7 लिपिक भर्ती के अभ्यर्थी हैं।
डीएसपी शिवन्या सिंह ने बताया- गिरफ्तार शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही के लिए शिक्षा विभाग ने निदेशालय को पत्र लिखा है। जैसे ही वहां से आदेश आएंगे, जिला स्तर से निलंबन की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
जानकारी के अनुसार कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी हैं, जिन्होंने ग्रेड थर्ड से सेकेंड ग्रेड और पटवारी से गिरदावर में प्रमोशन भी प्राप्त कर लिया है। उनके खिलाफ भी जांच की जा रही हैं।
एसपी हर्षवर्धन अगरवाला ने बताया- अगर कोई अभ्यर्थी डमी कैंडिडेट बैठाकर नौकरी प्राप्त कर रहा है, या कर ली है। इसके बाद भी वो अगर सामने से पुलिस के पास आता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई में नरमी बरती जा सकती हैं।
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