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नागौर में 20 जून को भरे बाजार में युवक नवीन सोनी की मारपीट के बाद आज सुबह उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना पर लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। इस दौरान कलेक्ट्रेट को पुलिस छावनी बना दिया गया। गुरूवार को हुई मारपीट की
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मृतक के भाई प्रदीप सोनी ने बताया कि नवीन को मारने वाले पहले भी घर पर आकर धमकी देकर गए थे। इसकी नवीन ने काेतवाली पुलिस में रिपोर्ट दी थी लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया और बात को लापरवाही से टाल दिया। इसके बाद बदमाशों ने नवीन की रैकी की। 20 जून को जब नवीन घर जा रहा था, इसी दौरान शहर के बाजरवाड़ा इलाके में उसे बाइक से उतारकर पटका और डंडों से उसके ऊपर हमला करके लगातार वार किए। मारपीट की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। गंभीर हालत में नवीन को पहले नागौर के जिला अस्पताल पहुंचाया, यहां नवीन की तबियत बिगड़ते देख डॉक्टरों ने उसे जोधपुर रैफर कर दिया। जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में इलाज के दौरान आज सुबह साढ़े 7 बजे उसकी मौत हो गई। मृतक नवीन के एक डेढ़ साल की बेटी है। हालांकि सुबह तड़के मौत होने के बाद आज शाम साढ़े 4 बजे तक उसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका। जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में शाम 5 बजे मृतक का पोस्टमार्टम किया गया है।
परिजनों ने कहा कि पुलिस 12 जून की रिपोर्ट के आधार पर बदमाशों पर कार्रवाई करती तो 20 जून की घटना नहीं होती। ऐसे में परिजनों ने नवीन की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए धरना दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। धरनार्थियों ने प्रशासन मृतक नवीन सोनी के हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार करने, दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने, मृतक नवीन के आश्रित को सरकारी नाैकरी देने, परिवार का भरण पोशण करने और आश्रित परिवार को एकमुश्त मुआवजा राशि देने की मांग की।
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