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सपा के पूर्व विधायक हाजी रिजवान
– फोटो : संवाद
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व्हाट्सअप पर संचालित एक आईडी से कुंदरकी के पूर्व सपा विधायक हाजी मोहम्मद रिजवान और उसके बेटे के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। इस बावत पूर्व विधायक ने एसएसपी को शिकायती पत्र भेजकर बताया है कि मेरे और बेटे के खिलाफ कुछ लोगों ने षडयंत्र रचा है।
ब्लॉक कुंदरकी के नाम से व्हाट्सअप पर फर्जी आईडी बनाकर हमारे खिलाफ जमीनें हड़पने, दो करोड रुपये लेकर वोट ट्रांसफर कराने और अपशब्दों का प्रयोग किया है। मैं तीन बार विधायक चुना गया हूं और 1996 के चुनाव में मात्र 64 वोटों से दोबारा गिनती में हरा दिया गया था।
अब कुंदरकी विधान सभा में उपचुनाव होना है इसलिए इन लोगों ने साजिश रचकर पार्टी हाईकमान और जनता के बीच हमारे खिलाफ भ्रम फैलाया जा रहा है। हमारे ऊपर इस तरह का कोई आरोप नहीं है।
पूर्व विधायक ने व्हाट्सअप पर डाली गई पोस्ट भी कॉपियां भी संलग्न की है। एसएसपी से इस मामले का पर्दाफाश कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
जियाउर्रहमान बर्क ने विधायक पद से दिया इस्तीफा
संभल लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए जियाउर्रहमान बर्क ने कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र के विधायक पद से बीते मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। यह जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी शेयर की है। अब वह एक पद से मुक्त हो गए।
मतगणना के बाद जारी हुई अधिसूचना के आधार पर 14 दिन के अंदर एक पद से इस्तीफा दिया जाना था। सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने बताया कि मंगलवार को उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया था, जो मंजूर हो गया है।
मालूम हो जियाउर्रहमान बर्क वर्ष 2022 में कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र से सपा के टिकट पर विधायक बने थे। सपा ने इस बार संभल लोकसभा क्षेत्र से डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क को प्रत्याशी बनाया था। बीमारी के चलते डॉ. बर्क का निधन हो गया।
उनके निधन के बाद पार्टी ने डॉ. बर्क के पोते जियाउर्रहमान बर्क को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा और उन्हें जीत भी मिल गई।
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