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बिहार पुलिस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में झारखंड के देवघर जिले में बड़ी कार्रवाई की है। बिहार पुलिस ने इस मामले में देवघर जिले से छह लोगों को हिरासत में लिया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि आरोपियों को शुक्रवार रात देवीपुर थाना क्षेत्र में एम्स-देवघर के पास से हिरासत में लिया गया। SDPO (देवघर सदर) ऋत्विक श्रीवास्तव ने इस वाकए की पुष्टि की। उन्होंने बताया बिहार पुलिस ने हमें इस केस से जुड़े कुछ आरोपियों को लेकर सूचना दी थी।
ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया कि झारखंड पुलिस ने आरोपियों की पहचान की। फिर इसके आधार पर उन्हें हिरासत में लिया गया। सभी संदिग्धों को बिहार ले जाया गया है। आरोपियों को शुक्रवार रात को देवीपुर थाना क्षेत्र में एम्स-देवघर के पास से एक मकान से हिरासत में लिया गया। संदिग्ध कथित तौर पर झुनू सिंह नाम के व्यक्ति के घर पर छिपकर रह रहे थे।
इस वाकए को लेकर देवघर पुलिस की ओर से बयान जारी किया गया है। आरोपियों की पहचान परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, चिंटू उर्फ बलदेव कुमार, काजू उर्फ प्रशांत कुमार, अजीत कुमार, राजीव कुमार उर्फ कारू (सभी बिहार के नालंदा जिले के निवासी) और पंकू कुमार के रूप में हुई है। गौरतलब है कि 5 मई को हुई नीट-यूजी की परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं। बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने की घटना सामने आने के बाद सियासी माहौल गर्म है।
इस मामले में बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का कहना है कि वे इस मामले में गिरफ्तार आरोपी के तेजस्वी यादव से जुड़े अधिकारियों के साथ संदिग्ध संबंधों की सीबीआई जांच की मांग के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत करेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया था कि तेजस्वी यादव से जुड़े अधिकारी पेपर लीक के मुख्य संदिग्ध सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के साथ संपर्क में थे। वहीं तेजस्वी यादव का कहना है कि सभी एजेंसियां तो इस समय एनडीए सरकार के मातहत हैं। वे इस मामले में संदिग्धों से पूछताछ कर लें।
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