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बस्ताकोला क्षेत्र के बंद ईस्ट भगतडीह 9 नंबर चानक में कूदने वाले कृष्णानंद का 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया। कृष्णानंद ने गुरुवार की रात चानक में छलांग लगा दिया था। प्रबंधन के अनुसार चानक 193 मीटर गहरा है। इधर, माइंस रेस्क्यू की ट
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अंत में जिला प्रशासन से एनडीआरएफ की टीम को बुलाने के लिए आग्रह किया गया। भाजपा कार्य समिति की सदस्य रागिनी सिंह भी घटना स्थल पर जमी रहीं। बीसीसीएल के सीएमडी एवं उपायुक्त से निरंत्तर संपर्क में रहीं। युवक को सुरक्षित कैसे निकाला जाए उस पर मंथन करती रहीं। इधर, सांसद ढुलू महतो को भी भाजपा कार्य समिति के सदस्य राजकुमार अग्रवाल ने सूचना दी। अग्रवाल के अनुसार सांसद ने भी उपायुक्त को त्वरित कार्यवाई करने को कहा है। इधर जैसे-जैसे समय गुजर रहा है, वैसे-वैसे कृष्णानंद की मां, बहन तथा परिजनों की व्याकुलता बढ़ती जा रही है। उनकी व्याकुलता को देख स्थानीय लोगों का भी धैर्य जबाब दे रहा है।
मां ने तीन युवकों पर लगाया मारपीट करने का आरोप | दरअसल गुरुवार की देर रात लोअर चौथाई कुली हरि मंदिर बाउरी मोहल्ला निवासी कृष्णानंद साहनी चानक में कूद गया था। कृष्णानंद की मां और बहन का कहना है कि गुरुवार की रात चौथाई कुली में तीन युवकों ने उसकी पिटाई कर दी थी। जिससे वह आक्रोश में आकर चानक में कूद गया। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि कृष्णा गुरुवार की रात नशे में धूत था।इसलिए कुछ युवकों ने उसके साथ मारपीट की थी। इसके बाद वह वहां से तेजी से दौड़कर चानक की ओर भाग निकला। इधर, शुक्रवार सुबह कृष्णानंद को चानक से बाहर निकालने के लिए माइंस रेस्क्यू धनसार के अधीक्षक पीआर मुखर्जी के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम पहुंची। टीम खदान के अंदर रस्सी वह झगड़ डालकर उसे निकालने का प्रयास किया पर सफलता नहीं मिली। सफलता नहीं मिलने से स्थानीय लोग भड़क गए। इसके बाद टीम दूसरे जुगाड़ से बचाओ कार्य करने में जुटी रही।
रोती रही बूढ़ी मां, प|ी देखने तक नहीं पहुंची | कृष्णानंद के चानक मे कुदने के बाद उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। खबर मिलते ही विधवा मां उम्दा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। सुबह ही उसकी मां व दोनों बहनें चानक के पास पहुंच गईं। मां के जुबान से बस यही निकल रहा था कि मेरे लाल को बाहर निकाल दो। आखिर मेरे लाल ने किसका क्या बिगाड़ा था। अब मुझे कौन ख्याल रखेगा। मेरी तो दुनिया ही लूट गई। इधर, घटना की सूचना पाकर भी प|ी गुड़िया घटना स्थल पर नहीं पहुंची। उसकी शादी छह साल पूर्व हुई थी। उसका एक चार वर्ष का पुत्र कन्हैया कुमार भी है।पति से अनबन के बाद वह दो वर्ष से अपने मायके भगतडीह मे रह रही थी।
बीसीसीएल तुरंत एनडीआरएफ की टीम को बुलाए अन्यथा होगा आंदोलन: रागिनी | इधर, सूचना मिलने पर भाजपा नेत्री रागिनी सिंह घटनास्थल पर पहुंचीं और पूरी तरह से ठीकरा बीसीसीएल प्रबंधन पर फोड़ा। कहा कि अगर बीसीसीएल उक्त चानक के मुहाने को पूरी तरह ढक दिया होता, तो ऐसी घटना नहीं होती। प्रबंधन ने चानक के बीच में मुहाने को स्लैब से ढंक दिया था, जो सुरक्षा की दृष्टिकोण से गलत है। कहा कि बीसीसीएल तुरंत एनडीआरएफ की टीम बुलाकर रेस्क्यू में तेजी लाए, अन्यथा आंदोलन होगा। रागिनी ने कृष्णानंद की मां उम्दा देवी, बहन गीता एवं सुनीता देवी से मिलकर ढांढस बंधाया। झरिया विधायक प्रतिनिधि केडी पांडेय, जश्रसं के अखिलेश सिंह, महंत पांडेय, अमर सिंह, शैलेंद्र सिंह, पप्पू पासवान, अर्जुन रविदास, रघुनंदन सिंह, संजय राय, रिंकू शर्मा, अनुप साव आदि थी पहुंचे थे।
लापरवाही… बीसीसीएल प्रबंधन ने चानक के मुहाने को पूरी तरह से नहीं ढका था, अब एनडीआरएफ की टीम का हो रहा इंतजार
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