अजित सिंह
ओबरा।
योग का बा ?
पतंजलि कहलन
परमात्मा से मिलन योग बा
अध्यात्म से जुड़ल योग बा
अपन अनुशासन योग बा
चित्त के वृत्ति के निरोध योग बा
आठ भाग में बटल योग बा
यम, नियम, आसन योग बा
सत्य, अहिंसा, अस्तेय योग बा
ब्रम्हचर्य और अपरिग्रह योग बा
शौच, सन्तोष, तप योग बा
स्वाध्याय और शरणागति योग बा
प्राणायाम, प्रत्याहार भी योग बा
धारणा, ध्यान, समाधि योग बा
चित्त के एकाग्रता योग बा
मन के नियंत्रण योग बा
कर्म के कुशलता योग बा
मोक्ष मार्ग पर चलल योग बा
केशव कहलन, गीता में
निष्काम कर्म, योग बा
ज्ञान, योग बा
भक्ति, योग बा
कुल मिला क
जीव ब्रह्म के मिलन योग बा
समत्व के नाम योग बा
ज़िंदगी के परम लक्ष्य योग बा
भवसागर से पार करावे, उहे योग बा
आशुतोष कुमार
प्रोजेक्ट हेड, ए.सी.सी. सीमेंट वर्क्स, सलाईबनवा