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फर्जी कॉल सेंटर से पकड़े गए युवक व युवतियां।
हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने ऑनलाइन हर्बल दवाइयां बेचने के नाम पर ठगी करने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने कॉल सेंटर से 4 लड़कियों सहित 11 साइबर ठगों को मौके से गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से पुलिस ने वारदात में प्रयोग किए जा रहे 7 मो
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गुरुवार पुलिस ने गुरुवार सुबह सेक्टर 18 में रेड की। यहां पर अवैध तरीके से हर्बल सेक्शुअल दवाइयाँ बेचने के नाम पर लोगो से धोखाधड़ी की जा रही थी। पुलिस ने यहां से 11 ठगों को दबोचा। इनमें 4 लड़कियां हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान श्याम दुबे निवासी गांव जोडा जिला मुरैना (मध्य-प्रदेश), आदर्श कुमार सिंह निवासी अंबेडकर कॉलोनी वसंत विहार, दिल्ली, कुशल रोहिल्ला निवासी खेड़ला, गुरुग्राम, पियूष चौहान निवासी गांव बिजोरी जिला बदायूं (उत्तर-प्रदेश) के तौर पर हुई।
अन्य गिरफ्तार आरोपियों में विवेक चोपड़ा निवासी एनआईटी फरीदाबाद, गुलशन कुमार निवासी गांव दहीबट्टा गोपालगंज (बिहार), राजकुमार निवासी गांव डेरा महरौली दिल्ली, पूजा चौहान निवासी शिव कॉलोनी, झोटवाड़ा जयपुर (राजस्थान), भावना निवासी भिवानी, अनामिका राजावत निवासी ग्वालियर (मध्य-प्रदेश) व प्रिया शर्मा निवासी देव अपार्टमेंट महिपालपुर, दिल्ली शामिल है।
ठग गिरोह से बरामद मोबाइल फोन।
गूगल पर करते थे सेक्सुअल दवाइयों का प्रचार
पुलिस ने थाना साइबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में इनके सभी के खिलाफ धारा 420, 120-B IPC के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि ये अपने अन्य साथी के कहने पर हर्बल सेक्सुअल दवाइयां ऑनलाइन बेचने के नाम पर गूगल पर इस्तेहार/ऐड डालते थे। जब लोग इनके द्वारा डाले गए इस्तेहार/ऐड में दिए हुए नंबरों पर संपर्क करते थे तो ये उन लोगों से ऑर्डर लेकर पैसे अलग-अलग बैंक खातों में डलवा लेते थे और सामान नहीं भेजते थे।
इसके अलावा ये उन लोगों से जीएसटी चार्ज, पैकिंग चार्ज, कोरियर चार्ज के नाम पर क्यूआर कोड/यूपीआइ आईडी के माध्यम से पैसे डलवाकर धोखाधड़ी से ठगी करने की वारदातों को अंजाम देते थे।
एक साल से कर रहे थे धोखाधड़ी
पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि आरोपी पिछले करीब 1 वर्ष से उपरोक्त प्रकार से ठगी करने की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए आरोपियों को 15 हजार रुपए की सैलरी तथा ठगी गई राशि का 5% हिस्सा मिलता था।
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