[ad_1]
IMD Monsoon Entry in Bihar Jharkhand Latest Update: प्रचंड गर्मी से तप रहे दिल्ली-NCR समेत उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड समेत कई इलाकों में बारिश की बूंदों ने राहत पहुंचाई है लेकिन ये राहत तात्कालिक है क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार यानी 21 जून से फिर से पश्चिमी यूपी समेत कई इलाकों में भीषण लू चलने की आशंका जताई है। IMD ने ताजा बुलेटिन में कहा है कि 21 से 23 जून के बीच पश्चिमी यूपी, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भीषण गर्मी पड़ सकती है।
इस बीच राहत इस बात की भी है कि पिछले दो हफ्ते से बिहार-बंगाल की सीमा पर ठिठके मॉनसून ने अब रफ्तार पकड़ ली है और बिहार में एंट्री मार ली है। मौसम विभाग के मुताबिक, दो से तीन दिनों में मॉनसून पूरे बिहार को कवर कर सकता है। IMD ने ताजा पूर्वानुमानों में कहा है कि मॉनसून काफी दिनों के ठहराव के बाद गुरुवार को पूर्वी बिहार के कुछ हिस्सों समेत छत्तीसगढ़, ओडिशा, बंगाल के तराई हिस्सों और विदर्भ में आगे बढ़ चुका है।
बता दें कि 3 जून को बंगाल खाड़ी की मॉनसून शाखा बंगाल-बिहार सीमा पर पहुंच चुका था लेकिन विपरीत जलवायविक दशाओं और चक्रवाती तूफान के कारण यह पिछले दो हफ्ते से वहीं ठिठका पड़ा था लेकिन अब उसमें गति आ गई है और पश्चिम की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया है। इसी मॉनसून से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश होती है।
दूसरी तरफ पड़ोसी राज्य झारखंड में अब भी मॉनसून का इंतजार लंबा होता जा रहा है। रांची मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा है कि झारखंड में प्रवेश करने से पहले मॉनसून बंगाल सीमा पर ठिठका पड़ा है। IMD ने अब अनुमान जताया है कि 22 जून या उसके बाद से संथाल परगना के रास्ते मॉनसून झारखंड में एंट्री कर सकता है। मौसम विभाग की ताजा सैटेलाइट इमैजरी से साफ पता चलता है कि बंगाल खाड़ी की शाखा की मॉनसून लाइन, जो 3 जून से ही दार्जिलिंग के पास बंगाल सीमा पर अटकी पड़ी थी, वह अब 10 दिनों की देरी से पूर्वी बिहार में आगे बढ़ चुकी है और किशनगंज, अररिया, पूर्णिया जिले में प्रवेश कर चुकी है। इन इलाकों में अमूमन मॉनसून 10 जून के आसपास प्रवेश करता है और 12 से 15 जून तक पटना पहुंच जाता है।
मौसम विभाग ने बताया है कि असम और बिहार के ऊपर क्षोभमंडल में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसके प्रभाव से बिहार से लेकर झारखंड और यूपी होते हुए दिल्ली तक आसमान में बादल छाए हुए हैं और कहीं कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा भी हुई है, लेकिन यह ना तो मॉनसूनी और ना ही मॉनसून पूर्व की बारिश है।
IMD ने कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर के असम, मेघालय के अलावा बिहार के कई जिलों और छत्तीसगढ़,मध्य प्रदेश,विदर्भ समेत दक्षिणी ओडिशा, कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इनके अलावा मध्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, दक्षिण गुजरात, उत्तरी छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख, पंजाब, हरियाणा, पूर्व और उत्तर-पश्चिम राजस्थान, लक्षद्वीप और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
IMD के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिम राजस्थान में छिटपुट बारिश, गरज और धूल भरी आंधी भी चल सकती है। हालांकि, कल के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लू से लेकर भीषण लू की चेतावनी जारी की गई है। दिल्ली के लिए IMD ने कहा है कि 21 जून को लू जैसी स्थिति रह सकती है लेकिन उसके बाद इसमें कमी आ सकती है। आईएमडी ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रातें गर्म रहने की भी आशंका जताई है।
[ad_2]
Source link