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पाली के बजरंगबाड़ी क्षेत्र में गुरुवार सुबह हड़ताल पर बैठे कचरा परिवहन करने वाली गाड़ियों के ड्राइवर और हेल्पर।
घर-घर कचरा परिवहन करने वाले वाहनों पर लगे 120 ड्राइवर-हेल्पर गुरुवार दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। ऐसे में शहर भर में घरों से कचरा नहीं उठा। जिससे लोग भी परेशान होना पड़ रहा है। वही ड्राइवर और हेल्परों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है
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पाली के बजरंग बाड़ी क्षेत्र में खड़ी कचरा परिवहन करने के काम आने वाली गाड़ियां।
गुरुवार सुबह सभी ड्राइवर-हेल्पर बजरंगबाड़ी में जिस मैदान में गाड़ियां रखी हुई है वहां एकत्रित हुए। अपना दर्द बताते हुए भेराराम ने कहा कि वह देवली कलां का रहने वाला है और पाली में अम्बेडकर नगर में किराए के मकान में रहती है। दो महीने से सैलेरी नहीं मिली। ऐसे में मकान मालिक किराए मांग रहा है। किराणे वाले ने सामान देना बंद कर दिया है। अब आप ही बताए कैसे गुजारा करे। ड्राइवर नरेन्द्र कुमार ने बताया कि दो महीने सैलेरी नहीं मिली। कईयों ने लोन ले रखे है। किसी ने बाइक तो किसी ने मोबाइल लोन पर ले रखा है। ऐसे में लोन की किश्त भी भरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परेशान होकर हड़ताल पर बैठे है।
नगर परिषद में 9 महीने का बजट बकाया
मामले में वेवियोस लैब्स जयपुर के पाली प्रोजेक्ट मैनेजर मनीष भाटी का कहना है कि नगर परिषद से पहले 9 महीनें से पैमेंट नहीं हुआ है। कम्पनी ने अपनी जेब से 7 महीने का वेतन दिया है। अब कम्पनी की स्थिति भी ज्यादा अच्छी नहीं है। क्योंकि पाली नगर परिषद में प्रोजेक्ट के तहत काम करने वाले श्रमिकों को पेमेंट करने, गाड़ियों की मरम्मत सहित अन्य कर्मचारियों के खर्चे प्रति महीने 20 लाख से ज्यादा है। नगर परिषद में कई बार पेमेंट के लिए बोला लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
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