रामप्रवेश गुप्ता
बीजपुर (सोनभद्र) सूबे के मुखिया द्वारा अवैध खनन पर सख्त तेवर के बावजूद संबंधित महकमे के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के चलते जरहां क्षेत्र में अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है । प्रकृति के दोहन से त्रस्त आकर ग्रामीणो ने अब अबैध खनन के खिलाफ़ खुद कमान संभाल लिया है । मंगलवार की रात्रि ग्यारह बजे जरहां वन रेंज के डुमरचुआ निवासी एक बालू माफिया द्वारा दो ट्रैक्टर अवैध बालू लोड कर डोडहर गांव के जंगली रास्ते से कहीं बेचने ले जाया जा रहा था इसी बीच ग्रामीणों ने डोडहर तिराहे पर उक्त ट्रैक्टर को पकड़ लिया । सूचना पर पहुंचे पत्रकारों द्वारा पूछताछ में ट्रैक्टर चालक अर्जुन और सुरेश ने बताया कि यह बालू जरहा के डिघुल नदी से लोड कर डोडहर व बीजपुर में गिराया जाएगा । आक्रोशित ग्रामीणों ने दो ट्रैक्टर अबैध बालू पकड़ने की सूचना रात में ही डीएफओ रेनुकूट व रेंजर जरहां सहित थाना बीजपुर के क्राइम निरीक्षक को दिया पर आधा घंटा बीत जाने के बाद भी किसी महकमे का कोई भी अधिकारी मौके पर नही पहुचा । अंततः मजबूरन लोगों को थकहार कर ट्रैक्टर को छोड़ना पड़ा । प्रशासन व संबंधित महकमे का यह उदासीन रवैया चर्चा का विषय बना रहा ।
गौरतलब हो कि जरहा वनरेंज क्षेत्र की नदियों से अबैध खनन रात दिन धड़ल्ले से संचालित हो रहा है। तमाम शिकायत के बाद भी वन महकमा सहित खनिज विभाग चुप्पी साधे पड़ा है। ग्रामीण गोपी, किशोरी,जगदीश आदि ने बताया कि ट्रैक्टर की गड़गड़ाहट से रात की नींद हराम हो गयी है इस लिए अब हम लोगों ने खुद ट्रैक्टर पकड़ने की मुहिम छेड़ रखी है इस बीच अगर कोई अप्रिय घटना किसी के साथ घटती है तो उसके लिए सम्बन्धित विभाग जिम्मेदार होगा।इसबाबत रेंजर जरहां राजेश सिंह ने बताया कि बालू डैम क्षेत्र का है जिसकी जिम्मेदारी वन महकमे की नही है फिर भी उक्त ट्रैक्टर व उसके मालिक को चिन्हित कर कार्यवाही की जाएगी ।
यहां सबसे बड़ा सवाल है कि अवैध खनन से पेड़ पौधों सहित नदियों का अस्तित्व समाप्त होते जा रहा है । अगर महकमा अभी भी नही जागा तो प्रकृति का लगातार दोहन भविष्य में प्रकृति के कोप का कारण बन सकता है ।