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कारोबारियों से 80 लाख की चांदी लेकर कारखाना मालिक फुर्र
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में सराफा कारोबारियों से 136 किलोग्राम चांदी लेकर कारखाना मालिक फरार हो गया। पांच कारोबारी धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। उन्होंने पायल बनाने के लिए कच्ची चांदी दी थी। जिसके बाद उन्हें माल वापस नहीं मिला। घटना के 20 दिन बाद कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज किया है। गायब चांदी की कीमत करीब 80 लाख रुपये है।
कश्मीरी बाजार में मंयक अग्रवाल की वैष्णवी इंटरप्राइजेज के नाम से फर्म है। बेगम ढियोड़ी में सुहेलुद्दीन उर्फ ईसी का कारखाना है। जहां उसका भाई जोएब उर्फ बिन्नी, अजीम, उमेर व पिता हसीनउद्दीन व परिवार के अन्य सदस्य कारीगरों के साथ मिलकर कच्ची चांदी लेकर पायल बनाते थे। पांच फर्मों से 136 किलो कच्ची चांदी पायल बनाने के लिए दी गई थी। 28 मई को माल बनाकर वापस करना था। मगर, उनके नंबर पर फोन किया तो बंद था।
घर और कारखाने जाकर देखा तो ताला लटका मिला। कारखाना मालिक सुहेलुद्दीन परिवार सहित फरार था, जिसकी सूचना पहले कोतवाली थाने में दी गई। पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। पीड़ित कारोबारी डीसीपी सिटी से मिले। उन्होंने विधिक राय लेने की बात कही। शिकायत के 20 दिन बाद सोमवार को आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
गायब हो चुकी 136 किलो चांदी पांच सराफ कारोबारियों की थी। जिसमें वैष्णवी इंटरप्राइजेज के मयंक अग्रवाल के अलावा जया पायल के तरुन मित्तल, एसटीसी इंडस्ट्रीज के रोहित सिंघल, बालाजी आर्नामेंट्स के नितिन किशोर, एमएच सिल्वर के मुकेश अग्रवाल की कच्ची चांदी शामिल थी।
चांदी कारोबारियों के साथ घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। आगरा में एशिया की सबसे बड़ी चांदी मंडी है। गायब चांदी की कीमत करीब 80 लाख रुपये आंकी गई है। इस संबंध में डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय का कहना है कि 136 किलो चांदी की धोखाधड़ी मामले में अहम सुराग मिले हैं।
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