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ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर मंगलवार की शाम करीब साढ़े बजे बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचे। संभाग के डिस्कॉम के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इस अधिकारियों को लताड़ भी लगाई। वहीं सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल ने मंत्री को लाइट की खपत ज्यादा बढ़ गई है यहां के लोग
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मीटिंग में विधायक ने कहा कि पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है और लोग कपड़े फाड़ रहे हैं। इस पर मंत्री ने कहा कि उसी समस्या का समाधान करने के लिए यहां पर आए हम। विधायक और हमारे जनप्रतिनिधियों को जो भी समस्याएं है इसके लिए अधिकारियों को बुलाया और बातचीत की है। उनको निर्देश दिए कि तत्परता से काम करें। जनप्रतिनिधियों से संवाद रहे और कोई छोटी-मोटी समस्या आती है तो तुंरत समाधान करें। समाधान के लिए बड़े अधिकारियों को जयपुर में मीटिंग के लिए बुलाया है।
सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल बोले- लाइट की समस्या है लोग हमारे कपड़े फाड़ रहे है।
मंत्री ने कहा कि हर संभाग में जाकर स्थितियों का आकलन कर रहे है। संभागवार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से जनसंवाद कर रहे है। समस्याओं से अवगत होकर जहां पर जिस प्रकार की समस्या है जैसे वितरण, प्रसारण की समस्या है। हमारे नेटवर्क ठीक से काम करे आने वाले समय में रबी के सीजन में किसानों को सही और समय पर बिजली मिले और ट्रिपिंग नहीं हो।
मंत्री बोले- गहलोत सरकार ने तो प्रसारण ठीक किया और न ही प्रोडेक्शन
मंत्री ने गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पुरानी जो व्यवस्थाएं हमें मिली है, जो विरासत में मिली है क्षत-विक्षत मिली है। उसको ठीक करके हम चाहते है कि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिले। यह प्रयास है। पुरानी विरासत में जो बिजली तंत्र मिला है, कांग्रेस की गहलोत सरकार ने न तो प्रसारण को ठीक किया और नहीं प्रोडक्शन में कोई नया संयंत्र लगाया। जिसकी वजह से आज लोगों को लाइट की समस्या से निजात मिले। इस भीषण गर्मी में जो डिमांड बढ़ी है। इसमें हमें लोड सेटिंग करना पड़ रहा है। तो यह पुरानी सरकार की दी गई व्यवस्थाओं की वजह से हो रहा है। हमारी सरकार चाहती है कि आगे यह समस्या नहीं आए।
मंत्री बोले- 100 यूनिट बिजली फ्री रिव्यू करने का कोई विचार नहीं है।
मंत्री बोले- कोयले की समस्या नहीं, छत्तीसगढ़ में माइनस मिल गई
मंत्री नागर ने कहा कि केंद्र सरकार के उपकरणों के साथ एमओयू किया है। वहीं छत्तीसगढ़ के माइनस मिल गई है। हमें कोयले की कोई समस्या नहीं है। आने वाले समय में अब चाहते है राजस्थान कर्ज से मुक्त हो। निरंतर महंगी बिजली खरीदते है। इस साल को राजस्थान को बिजली खरीदने वाला नहीं बिजली बेचने वाला प्रदेश बनाएगे। इस तरह की योजनाएं लेकर हम चलेंगे। गिरल लिग्नाइट प्लांट को शुरू करने के लिए हमने अधिकारियों को निर्देश दिए है। अभी पाइप लाइन में है। इसकी योजना हम बना रहे है कि कैसे गिरल का हमारा प्लांट है कुछ और योजना लाकर वो भी रिव्यू कर लें। वहां पर कोई नया संयंत्र भी लग जाए। स्टडी करवा रहे है। इसके बाद स्थिति क्लियर हो पाएगी।
मंत्री बोले अभी 100 यूनिट बिजली रिव्यू करने का कोई विचार नहीं
100 बिजली उपभोक्ता को फ्री सरकार मिलने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि अभी 100 बिजली मिल रही है। हमने किसी की योजना को बंद नहीं किया है। अभी तो जारी है, आगे भी हमारा रिव्यू करने का कोई विचार नहीं है। मंत्री ने कहा कि एफआरटी टीम की जो कमियां है, उसको भी ठीक किया जाएगा। निश्चित तौर पर हमारे अधिकारी कार्रवाई करेंगे। अगर कोई कमी है तो उस फर्म को ब्लैक लिस्ट भी करेंगे।
मंत्री ने माना बीते चार-पांच दिन में रात में लाइट कटौती हो रही
मंत्री ने माना कि रात के समय में हमारे पास बिजली की उपलब्धता नहीं है। दिन में सोलर से हमें पर्याप्त जितनी डिमांड है उतनी मिल रही है और दे भी रहे है। दिन में अगर लाइट कटती है तो फॉल्ट की वजह से कटती है। रात के समय घरेलू उपभोग बढ़ता है। तब हमें आज डिमांड हो रही है। डिमांड को पूरा करने के लिए हमारे पास एक्सचेंज बी हमारे पास पिछले चार-पांच दिन में उपलब्धता नहीं हो रही है इस वजह से लाइट कट रही है। अभी तक हमे 30-45 मिनट तक लाइट काट रहे थे। चार-पांच दिन उपलब्धता नहीं होने से समस्या बढ़ी है। दक्षिण राज्यों तमिलनाडु वगैरह है वहां पर बड़ा संयंत्र फेल हो गया। उनकी डिमांड भी बढ़ गई तो हमें एक्सचेंज में लाइट नहीं मिल पा रही है। जिसकी वजह से रात के समय ही कटौती हो रही है, दिन के समय नहीं आ रही है।
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