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कांग्रेस के दिग्गज आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया को दो लाख वोटों के बडे़ अंतर से चुनाव हराकर सांसद बनीं अनीता नागर सिंह चौहान ने पहली बार संसद पहुंचने के अनुभव साझा किए। रतलाम सांसद ने कांग्रेस द्वारा उन्हें परिवारवादी बताने के आरोपों पर जवाब दिया।
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संसद के सेंट्रल हॉल में पूरा भारत देखा
भोपाल में बीजेपी ऑफिस पहुंची सांसद अनीता चौहान ने कहा- संगठन की कोई मीटिंग हो तो मैं पहले भोपाल में बीजेपी कार्यालय तक आती थी। लेकिन जब भारतीय जनता पार्टी और संगठन ने मुझ पर इतना बड़ा विश्वास किया और मुझे प्रत्याशी बनाया और जब मैं जीत कर दिल्ली में गई और वहां सेंट्रल हॉल में बैठी तो जिन – जिन को मैं टीवी में देखा करती थी। मैं वहां बैठी तब मैं उन सारे लोगों को अपनी आंखों के सामने देख रही थी तो मुझे बहुत अच्छा लगा और ऐसा लगा कि मैं यहां पर पूरा भारत बैठा है। और वास्तव में पूरा भारत बैठा था और मेरे लिए वह बहुत बड़ी बात है क्योंकि मैं छोटे से कस्बे से आती हूं और बूथ की छोटी सी कार्यकर्ता रही हूं। तो सब के सहयोग से और सबके आशीर्वाद से भारतीय जनता पार्टी के संगठन के मार्गदर्शन में वहां तक पहुंची हूं।
मैं नई नहीं पुरानी हूं..
रतलाम सांसद अनीता चौहान ने कहा- मैं लगातार संगठन का कार्य करती आई हूं मैं 2004 से भारतीय जनता पार्टी के संगठन से जुड़ी हुई हूं। संगठन ने मुझे जो भी कार्य करने के लिए दिया मैंने बहुत अच्छे तरीके से निभाया। हमारे जिला अध्यक्ष जी के मार्गदर्शन में काम किया और संगठन ने मुझे जो भी दायित्व दिया मैंने काम को किया। संगठन देखा होगा तो मुझे जिम्मेदारी दी और मैं नई नहीं हूं मैं पुरानी हूं। मेरे लिए यह बड़ी जिम्मेदारी है
निचले स्तर के जो कार्यकर्ता ने काम किया। ऐसे ही रतलाम और झाबुआ में भी काम हुआ। यह कार्यकर्ताओं का चुनाव था यह बड़ा चुनाव होता है प्रत्याशी हर मतदान केंद्र पर, हर जगह नहीं पहुंच पाता यह कार्यकर्ताओं का चुनाव था और कार्यकर्ताओं ने लड़ा और जीता।
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