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Faridabad-Noida-Ghaziabad Expressway : फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे (एफएनजी एक्सप्रेसवे) के मार्ग में नोएडा क्षेत्र में पांच जगहों पर जमीन का अड़ंगा है। जमीन न मिलने की वजह से इन स्थानों पर काम बंद पड़ा है। अब नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने जमीन संबंधी दिक्कत दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
एफएनजी एक्सप्रेसवे की योजना करीब 12 साल पुरानी है, लेकिन दो राज्यों में तालमेल के अभाव में परियोजना धरातल पर नहीं उतर सकी। नोएडा से फरीदाबाद, बल्लभगढ़ आदि स्थानों पर जाने के लिए कालिंदी कुंज बॉर्डर होते हुए लोगों को लंबा चक्कर काटना पड़ता है। इसमें एक घंटे से अधिक समय जाम में ही बर्बाद हो जाता है।
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लोगों की परेशानी को देखते हुए आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने एक सप्ताह तक अभियान चलाकर अलग-अलग बिंदुओं पर खबरें प्रकाशित की। अब इसका असर होता नजर आने लगा है। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने अधिकारियों को एफएनजी मार्ग को लेकर नोएडा में आ रही जमीन की समस्या दूर करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों से कहा है कि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। जहां भी मार्ग में अतिक्रमण हो, उसे सख्ती से हटवाया जाए।
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि एफएनजी पर नोएडा को हरियाणा से जोड़ने के लिए यमुना पर पुल बनाने का काम हरियाणा सरकार को कराना है। इस पर जो खर्च आएगा उसमें से 50 प्रतिशत राशि नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा। मौके पर काम शुरू होते ही नोएडा प्राधिकरण अपने हिस्से की रकम देना शुरू कर देगा।
इन पांच स्थानों पर जमीन न मिलने से बंद पड़ा है काम
1. सोरखा गांव के सामने स्कूल की वजह से सड़क काफी कम चौड़ी है।
2. सेक्टर 112 में करीब तीन सौ मीटर हिस्से में सड़क बननी बाकी है।
3. डूब क्षेत्र में एलिवेटेड रोड के लिए किसानों से जमीन ली जानी है।
4. सेक्टर 141 में नर्सरी की जमीन का अब तक समाधान नहीं हुआ।
5. यमुना पुल से जोड़ने के लिए छपरौली गांव के सामने सड़क बननी है।
अक्टूबर तक तैयार हो जाएगी डीपीआर
वहीं, फरीदाबाद में भी एफएनजी एक्सप्रेसवे का काम शुरू करने के लिए कवायद तेज हो गई है। अक्टूबर तक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के आदेश दिए गए हैं। हरियाणा लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़क) के कार्यकारी अभियंता प्रदीप सिंह संधू ने कहा कि एफएनजी एक्सप्रेसवे के लिए अक्टूबर तक डीपीआर तैयार कराने को कहा गया है। इसके लिए नोएडा की एक कंपनी को करीब 26 लाख रुपये दिए गए हैं। उम्मीद है कि दिसंबर तक परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा। फरीदाबाद में इस सड़क का निर्माण अमृता अस्पताल के पास से शुरू किया जाएगा। लालपुर गांव में यमुना पर करीब 650 मीटर लंबाई का एक पुल तैयार किया जाएगा। इस सड़क को चार लेन तैयार किया जाएगा।
10 किलोमीटर लंबी सड़क चार लेन की होगी
अभियंता प्रदीप सिंह संधू ने बताया कि यह सड़क 10 किलोमीटर लंबाई की चार लेन में बनेगी। ग्रेटर फरीदाबाद स्थित मां अमृता अस्पताल के पास से यह सड़क शुरू होगी। यमुना किनारे लालपुर गांव के पास से यह यमुना पार करके नोएडा से जुड़ेगी। इसके लिए लालपुर के पास करीब 650 मीटर लंबे एक पुल तैयार किया जाएगा।
एनसीआर के शहरों की जीवन रेखा बनेगा यह मार्ग
एफएनजी दिल्ली-एनसीआर के शहरों की जीवन रेखा बनेगा। फरीदाबाद से नोएडा-गाजियाबाद की आवाजाही सुविधाजनक हो जाएगी। अभी कालिंदीकुंज से होकर रास्ता है, जहां सुबह-शाम घंटो जाम के झाम से गुजरना पड़ता है। एफएनजी के बनने से इसे गुरुग्राम रोड, एनएच-19 और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से भी जोड़ने पर मंथन किया जा चुका है।
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नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने कहा, ”एफएनजी को पूरा करने के लिए आ रही दिक्कतों को दूर करने का काम जल्द शुरू करेंगे। पहले जिन स्थानों पर जमीन प्राधिकरण को नहीं मिली है, उसे कब्जे में लेकर सड़क बनाई जाएंगी।”
गौतमबुद्धनगर सांसद डॉ. महेश शर्मा ने कहा, ”एफएनजी मार्ग का निर्माण कार्य रुकने के बारे में जानकारी ली जाएगी। प्राधिकरण अधिकारियों से निर्माण में आने वालीं दिक्कतों को खत्म करने पर बातचीत करेंगे, ताकि इसका पूरा निर्माण जल्द हो सके।”
हरियाणा सरकार के उद्योग मंत्री मूलचंद शर्मा एफएनजी हरियाणा सरकार की प्राथमिकता में हैं। हमने चुनाव में इसके जल्द बनने का वादा भी किया है। इसके निर्माण कार्य की प्रक्रिया जल्द शुरू कर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। एफएनजी के निर्माण से तीन कारोबारी शहर आपस में जुड़ जाएंगे।
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