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हत्या आरोपी विकास तोमर, जिस पर पहले से ही दो अपराधिक मामले दर्ज हैं।
ग्वालियर में दो दिन पहले हुए डबल मर्डर का खुलासा पुलिस ने सोमवार रात को कर दिया है। डबर मर्डर का आरोपी मरने वालों का दोस्त निकला है। वो दोस्त जिसके साथ उनका दिन रात का उठना बैठना था। जिस पर वह अपने भाई से भी ज्यादा भरोसा करते थे। दोस्त (विकास तोमर) क
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हत्या के बाद सड़क पर पड़ा दिव्यांग कौशल राजावत का शव
ऐसे समझिए पूरा मामला
ग्वालियर पुलिस को 15 जून की सुबह लगभग 7.30 बजे एक राहगीर ने सूचना दी थी कि शीतला माता मंदिर रोड हाइवे किनारे एक युवक का खून से सना शव पड़ा हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। हाइवे किनारे एक शव पड़ा था। पुलिस अभी शव के आसपास छानबीन कर रही थी कि 20 कदम की दूरी पर झाड़ियों में एक और युवक का शव पड़ा था। एक के बाद एक दो लाश मिलने पर सनसनी फैल गई। प्रारंभिक पड़ताल में मामला हत्या का है यह साफ हो गया था, क्योंकि दोनों शव खून से सने हुए थे और पास ही दो बड़े पत्थर खून से लिपटे रखे हुए थे। यही कारण है कि पुलिस अफसरों ने तत्काल फिंगर प्रिंट, डॉग स्क्वॉड़ व फोरेंसिक एक्सपर्ट को जांच के लिए बुलवा लिया है।
ऐसे हुई थी मृतकों की पहचान
पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती मृतकों की पहचान करना थी। एक मृतक दिव्यांग भी था। हत्या करने वालों ने शिनाख्त के लिए कोई भी सबूत नहीं छोड़ा था। पुलिस ने जब दिव्यांग के कृत्रिम पैर को निकाला तो उस पर कुछ नंबर व डिटेल थी। जिससे पता लगा कि यह कृत्रिम अंग जयपुर से बना है। हर किसी दिव्यांग के पैर की बनावट अलग होती है, इसलिए कंपनी पर उनकी डिटेल होती है। अभी पुलिस ने जयपुर संपर्क किया। इधर मृतका का हुलिया व दिव्यांग होने की बात सोशल मीडिया से गदाईपुरा तक पहुंची तो मृतकों की शिनाख्त हो गई है। एक मृतक कैलाश शाक्य (35) व दूसरा कौशल राजावत (40) है। इनमें से कौशल दिव्यांग है, जबकि कैलाश ऑटो चलाता है। कौशल मूल रूप से भिंड का रहने वाला है और अभी गदाईपुरा में ही रह रहा है।
दोस्त निकला हत्या आरोपी, 13 लाख रुपए बने हत्या की जड़
जब पुलिस ने मृतकों की पहचान की तो पता लगा कि इनके साथ इनका खास दोस्त विकास तोमर निवासी कांचमील भी रहता था, लेकिन वह गायब है। इसके बाद पुलिस ने विकास का रिकॉर्ड खंगाला तो वह धोखाधड़ी और आर्म्स एक्ट के मामले में आरोपी था। अब पुलिस को उसकी पूरी कुंडली मिल चुकी थी। पुलिस ने सोमवार शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी विकास तोमर से पूछताछ की गई तो हत्या की पूरी कहानी सामने आ गई है। हाल ही में दिव्यांग कौशल राजावत को भिंड में अपनी पुश्तैनी जमीन बेचने के बाद लगभग 13 लाख रुपए मिले थे। जिस दिन उसकी हत्या हुई वह रुपए लेकर सीधे दोस्तों के पास आने वाला था। पर वह पहले अपने भांजे को रुपए रखने के लिए देकर फिर आया। विकास तोमर को लगा कि वह सीधे उसके पास ही आया है। कौशल पिट्ठू बैग भी टांगे हुआ था। यही उसने हत्या करने की मन ही मन योजना बना ली।
शराब के नशे में विरोध भी नहीं कर पाए दोस्त
विकास तोमर ने योजना के तहस कैलाश और कौशल को चीनोर रोड पर ले जाकर जमकर शराब पिलाई। वह दोनों को पैग पर पैग बनाकर देता रहा और अपना ग्लास की शराब पीछे मिट्ठी में फेंकता रहा। जब दोनों नशे में चूर हो गए तो विकास ने उनका बैग छीनने का प्रयास किया, लेकिन कौशल ने बैग नहीं छोड़ा तो विकास को लगा कि वह कैश के चक्कर में ऐसा कर रहा है। इसके बाद उसने उसका सिर पत्थर पर दे मारा। कैलाश ने भागने का प्रयास किया, लेकिन नशे में वह लड़खड़ाकर गिर पड़ा। इसके बाद उसके सिर भी कुचलकर हत्या कर दी। जब विकास ने बैग उठाकर टटोला तो उसमें कुछ नहीं था। जिस पर वह वहां से भाग निकला।
पुलिस का कहना
इस मामले में एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह का कहना है कि डबल मर्डर का खुलासा कर दिया गया है। मृतकों को उनके ही दोस्त ने जमीन में मिले लाखों रुपयों के लालच में किया गया था। आरोपी ने हत्या से पहले दोनों को जमकर शराब पिलाई थी, जिससे वह विरोध न कर सकें।
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