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Sanctions on Asim Munir: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के खिलाफ अमेरिका प्रतिबंध लगाने को लेकर अमेरिकी संसद में मांग तेज हो गई है. भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने जनरल असीम मुनीर को पाकिस्तान का असली शासक बताया है. उन्होंने असीम मुनीर के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लघंन को लेकर अमेरिकी सरकार से प्रतिबंध लगाने की मांग की है. इसके अलावा अमेरिकी सांसद ग्रेग कसार ने भी मुनीर पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने पाकिस्तान को लेकर अमेरिकी नीतियों में संशोधन की मांग की है, जिससे आने वाले दिनों में पाकिस्तान को हथियार पाने में समस्या हो सकती है.
रो खन्ना ने अमेरिकी सरकार से पाकिस्तानी सेना प्रमुख और अन्य कमांडरों पर अंतरराष्ट्रीय दमनकारी अपराध के लिए प्रतिबंध की मांग की है. उन्होंने का, ‘हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तान के चुनाव में धांधली हुई है और इमरान खान जेल में हैं.’ खन्ना ने असीम मुनीर को पाकिस्तानी जनलर की जगह सैन्य शासक कहा है. उन्होंने कहा, ‘जनरल मुनीर लोकतंत्र समर्थक लोगों के परिवारों को अमेरिका में निशाना बना रहे हैं. हमें तत्काल जनरल मुनीर और उनके सहयोगियों पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए.’
पाकिस्तानी सेना प्रमुख को ठहराया जाएगा जिम्मेदार
दरअसल, जनरल मुनीर के काल में इमरान समर्थकों को जमकर निशाना बनाया जा रहा है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता शहबाज गिल के भाई का अपरण हो गया है. जनरल मुनीर के विरोधियों को डराने के लिए ऐसे लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. उधर अमेरिका के सांसद ग्रेग कसार ने अमेरिकी नीतियों में बदलाव की मांग की है, जिससे जनरल मुनीर को पाकिस्तान में हो रहे भयंकर भ्रष्टार और मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए जिम्मेदार ठराया जा सके. ऐसी स्थिति में पाकिस्तान को अमेरिका से मिलने वाली सैन्य मदद पर रोक लग जाएगी, जबतक की पाकिस्तान अमेरिका की शर्तों को पूरा नहीं करता है.
अमेरिका पाकिस्तान के सामने रखेगा शर्त
सांसद ग्रेग ने कहा कि हमारी शर्तों में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव, न्यायपालिको को धमकी देने पर रोक लगाना और न्यायपालिका की निष्पक्षता को बहाल करना है. पाकिस्तानी पत्रकार वजाहत सईद खान ने इसे पाकिस्तान के लिए बड़ा कदम बताया है. उन्होंने कहा यह पाकिस्तानी जनरल के खिलाफ अमेरिका की तरफ से उठाया गया बड़ा कदम है. यह तब हो रहा है, जब इमरान खान जेल में हैं. इमरान खान के समर्थकों का कहना है कि चुनाव में इमरान समर्थक उम्मीदवारों को जीत मिली थी, लेकिन सेना के इशारे पर शहबाज की सरकार बना दी गई. अब इमरान खान के लंबे समय तक जेल में रखने की योजना है.
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