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पानी की समस्या को लेकर धरने पर बैठे समाजसेवी सलीम सुलखनी।
हिसार जिले के बरवाला इलाके के सुलखनी में पीने के पानी की समस्या को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सलीम सुलखनी के नेतृत्व में रविवार को गांव के जलघर में टेंट लगाकर ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया गया।
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धरना प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जब तक पानी की समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो जाता, तब तक उनका धरना प्रदर्शन निरंतर जारी रहेगा। इस दौरान महिलाओं ने जलघर की टंकी पर चढ़ने की धमकी दी है।
आंदोलन की दी चेतावनी
सामाजिक कार्यकर्ता सलीम सुलखनी ने कहा कि जरूरत पड़ी तो अनशन शुरू किया जाएगा। धरने का समर्थन करने पहुंचे बाडो पट्टी टोल प्लाजा कमेटी टीम ने ग्रामीणों से कहा कि वह उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे, उनकी समस्या जायज है। अगर जिला प्रशासन ने ग्रामीणों की मांग को नहीं माना तो वह इस आंदोलन को बड़ा रूप देंगे।
नया नाला बनाने की मांग
बालसमंद नहर घिराय से सुलखनी जलघर को नाला आता है, जो काफी खराब हो चुका है। इस वजह से जल घर में पानी नहीं पहुंच रहा है। ग्रामीणों की मांग है है कि विभाग नाले का टेंडर करें। ताकि नया नाला बनने से ग्रामीणों को स्वच्छ पानी मिल सके।
बालसमंद नहर से आया नाला।
जलघर से पानी लाने को मजबूर महिलाएं
जल घर पर जल मिशन योजना के तहत करोड़ों खर्च, फिर भी महिलाएं जल घर में नलके से पीने का पानी घर लेकर आ रही है। महिलाओं ने बताया कि न तो प्रशासन समस्या का हल कर रहा और ना ही ग्राम पंचायत समस्या की तरफ ध्यान दे रही हैं। उन्होंने बताया कि पिछले ढाई साल से यह समस्या बनी हुई है।
पीने का पानी लेकर आती महिलाएं।
ग्रामीणों को नहीं मिल रहा साफ पानी
केंद्र सरकार की तरफ से जल मिशन योजना के तहत करोड़ों रुपए खर्च करके टैंक, वाटर ट्रीटमेंट इत्यादि बनाए गए है। लेकिन जलघर के नए टैंक के अंदर गंदगी ही गंदगी नजर आ रही है। ग्रामीणों ने कहा की स्वच्छ जल योजना का दावा करने वाली सरकार की तस्वीर जल के टैंक में जमी गंदगी बता रही है, कि ग्रामीण कितना साफ जल पी रहे हैं। गांव के जल घर का दृश्य इतना खराब हो गया कि यहां पर पानी की समस्या हल होना तो मुश्किल यहां पर गांव के पशु खुले में विचरते हुए दिखाई देते हैं।
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