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सीकर के अखैपुरा टोल पर टोल टैक्स फ्री करने की मांग को लेकर महापंचायत जारी है। आस-पास के 14 गांवों के ग्रामीण महापंचायत में पहुंचे हुए हैं। एनएच-52 पर स्थानीय जनप्रतिनिधि व नेता संबोधित कर रहे हैं। सीकर सांसद अमराराम भी कुछ समय में महापंचायत में पहुंच
.
धरनास्थल पर महापंचायत में बैठे ग्रामीण।
एहतियात के तौर पर पुलिस प्रशासन चाक-चौबंद हो गया है। सुरक्षा के मध्य नजर धरना स्थल पर पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया है। इससे पहले शुक्रवार को भी टोल मैनेजर व ग्रामीणों के बीच वार्ता विफल हो गई थी। सैकड़ो ग्रामीण टोल फ्री करने की मांग को लेकर लगातार धरनास्थल पर डटे हुए हैं। ग्रामीण लगातार टोल प्लाजा पर टोल प्रबंधक के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
NH-52 पर खड़े वाहन।
अखैपुरा टोल संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि 14 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने टोल पर टोल टैक्स फ्री करने की मांग की थी। इसके बाद ईगल इंफ्रा इंडिया लिमिटेड कंपनी द्वारा संचालित अखैपुरा टोल प्रबंधक कमेटी एवं ग्रामीणों के बीच 24 अप्रैल को स्थानीय वाहनों को छूट देने का समझौता हुआ था। लेकिन एक माह का समय बीत जाने के बाद कर्मचारियों ने ग्रामीणों से दोबारा टोल टैक्स लेना शुरू कर दिया।
महापंचायत में ताश खेलते हुए लोग।
टोल प्लाजा के कर्मचारी लगातार ग्रामीणों को गुमराह कर रहे हैं और कह रहे हैं कि टोल टैक्स में किसी को भी कोई छूट नहीं मिलेगी। जबकि टोल चालू होने से लेकर अब तक आस-पास के गांव ढाणी के लोग बिना टोल चुकाए आवाजाही कर रहे थे। जब ग्रामीणों ने टोल मैनेजर से मुलाकात कर टोल वसूलने के बारे में पूछा तो मैनेजर ने भी टोल टैक्स से राहत देने से स्पष्ट मना कर दिया।
ग्रामीणों को कहना है कि जब तक टोल प्लाजा से 20 किलोमीटर दूर तक रहने वाले ग्रामीणों का टोल टैक्स फ्री नहीं किया जाता तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। धरनास्थल पर लगातार ग्रामीणों का जमावड़ा बढ़ रहा है। सैकड़ो के तादाद में ग्रामीण धरने पर बैठे हैं।
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