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हिसार में बैंक में 3000 रुपए जमा करवाने गया शुभम लापता हो गया है। वह राजगढ़ रोड स्थित शास्त्री नगर से रहता है। वह परिवार में इकलौता बेटा है। उसकी दो बहनें और माता-पिता हैं। अब पूरा परिवार उसे शुभम को रहा है। शुभम का शुक्रवार को ही जन्मदिन था। माता-पि
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शुभम द्वारा लिखा गया पत्र।
ये लिखा मैं पहले भी सुसाइड की कोशिश की
शुभम ने बैग में जो पत्र छोड़ा है उसमें लिखा है “हेलो पापा मैं आपको एक बात बताऊ मुझे पिछले 15-20 दिन से कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा। इन्हीं दिनों में मैने कई बाद सुसाइड का प्रयास किया। कभी हाथ की नस काटकर, कभी सांस रोककर तो कभी मोंटी की छत से छलांग लगाकर सुसाइड का प्रयास भी किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। फिर मैंने डिसाइड किया की 14 जून को मेरा इस धरती पर आखिरी दिन होगा। इस घर मैं अगर आपको मेरे कपड़े और कागजात गायब मिले तो समझा जाना मैं घर छोड़कर जा चुका हूं। अन्यथा मैं दुनिया छोड़कर चला गया। इस जन्म में मैं न तो अच्छा बेटा बन पाया और न ही अच्छा भाई। उम्मीद है की अगले जन्म में आपका ही बेटा बनूंगा। पापा मेरे जाने क बाद टेंशन मत लेना, उम्मीद है की आप मुझे जल्द ही भूल जाओगे, आपका निकम्मा बेटा शुभम…।
शुभम द्वारा लिखा गया एक ओर पत्र।
शुभम ने दूसरे कागज पर लिखे एटीएम के पासवर्ड
वहीं शुभम के पत्र के साथ एक और कागज मिला है। जिस पर बैंक के एटीएम का पासवर्ड भी लिखा है। शुभम ने इस पत्र में लिखा है ” वेल पापा मैंने 15 हजार रुपए आने SBI वाले बैंक से निकलवाए हैं, जिसे मैं सेटल होने पर आपको फोन-पे या गुगल-पे से वापस कर दूंगा। इस लेटर में मैं एटीएम के पासवर्ड लिख रहा हूं। पता नहीं यह सही है या गलत। आप इसे ज्योति की होली डे होम वर्क वाली बुक में चेक कर ले ना, मैंने वहां भी पासवर्ड लिखे हुए हैं”।
दो बहनों का इकलौता भाई है शुभम
शास्त्री नगर निवासी अयोध्या प्रसाद ने बताया कि उसके 21 वर्षीय बेटा शुभम, बेटी लक्ष्मी और ज्योति हैं। शुभम बीए द्वितीय वर्ष का छात्र है। पिता ने बताया कि शुभम बैंक में 3 हजार रुपये जमा करवाने गया। इसके बाद जब उसने बैंक से 15 हजार रुपए और निकाले तब हमें उस पर शक हुआ।
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