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दमोह शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में मीटर खराब होने की शिकायत बताकर बिल से अधिक बिजली की खपत करने वाले कुछ लोगों पर बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने कार्रवाई की है। अभी दो दर्जन से अधिक लोगों पर प्रकरण दर्ज किया जा चुके हैं और आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
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जानकारी के अनुसार, कई जगह लोग हजार वाट के हीटर जलाकर उन पर खाना बना रहे थे। बिजली कंपनी के अधिकारी जब मीटर बंद होने की शिकायत की जांच करने पहुंचे तो देखा कि उपभोक्ता बिजली के मीटर को बंद कर हीटर पर खाना बना रहे हैं। जिसके बाद हीटर को जब्त कर बिजली चोरी का प्रकरण बनाया गया
दरअसल, बिजली कंपनी दक्षिण संभाग को ग्रामीण क्षेत्र में बिजली चोरी की शिकायत मिल रही थी इसके साथ ही मीटर बंद होने की शिकायत भी शामिल थी। नोहटा क्षेत्र में बिजली कर्मचारी जांच करने पहुंचे तो देखा कि ग्रामीण बिजली चोरी कर रहे हैं। यहां चार लोगों पर बिजली चोरी के प्रकरण तैयार किए गए। जिसमें ग्रामीणों द्वारा मीटर खराब कर घरेलू उपयोग के लिए हीटर का उपयोग कर रहे थे। यह हीटर 1.5 से 2 किलो वाट तक के होते हैं, जो की एक एसी के बराबर बिजली खपत करते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ते हुए विद्युत भार को देखते हुए सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें मुख्य रूप से हीटर से बिजली का दुरुपयोग करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।
दमोह दक्षिण संभाग के कार्यपालन अभियंता एमएल साहू ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में उपभोक्ता अधिक संख्या में हीटर जला रहे हैं। वहीं शहरी क्षेत्र में कई उपभोक्ता मीटर से छेड़छाड़ कर घरेलू उपकरण जला रहे थे। भीषण गर्मी अप्रैल और मई के महीने में भी उपभोक्ताओं के बिजली बिल में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई।
इसके बाद गुरुवार को बिजली विभाग के अधिकारी इंद्र मोहन नगर ने हटा नाका, मागंज वार्ड पांच में घरों के मीटर की जांच की। जिनकी बिजली खपत अचानक से कम हो गई और बिजली बिल भी सामान्य था। ऐसे बड़े मकान देखे गए जहां बिजली उपकरण अधिक जल रहे थे लेकिन बिजली की खपत कम आ रही है और बिजली का बिल कम आ रहा है। ज्यादातर प्रकरण में बिजली चोरी मिली। मौके पर विद्युत अधिनियम की धारा 135 के तहत कार्रवाई की गई। साथ ही विद्युत सामग्री जब्त कर लाइन काटी गई। दमोह शहर में अभी तक 26 बिजली चोरी के प्रकरण बनाए गए हैं और चार लाख छह हजार का जुर्माना किया गया है।
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