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राधेश्याम से उसका हाल जानती सांसद संजना।
भरतपुर के ट्रैफिक चौराहे स्थित मुख्यमंत्री जनसुनवाई केंद्र के सामने महाराजा सूरजमल की प्रतिमा के पास युवक ने अर्ध समाधि ली हुई है। युवक की मांग है कि, उसे अनुकंपा नौकरी दी जाए। क्योंकि उसके पिता CRPF में थे और, फील्ड ऑपरेशन पर जाते समय उनका निधन हो ग
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मेडिकल की टीम रोजाना कर रही युवक के चेक अप
दरअसल राधेश्याम उर्फ गौरव ने अनुकंपा नौकरी की मांग को लेकर 12 जून को अर्ध समाधि ली थी। युवक का कहना है कि, जब तक उसकी मांग पूरी नहीं होगी वह इस आंदोलन को खत्म नहीं करेगा। प्रशासन के अधिकारी राधेश्याम के पास पहुंचे थे। उन्होंने आंदोलन को खत्म करने की अपील की, इसके अलावा आरबीएम अस्पताल से एक मेडिकल की टीम राधेश्याम का सुबह शाम चेक अप कर रही है।
मां ने दी CM हाउस के सामने आत्मदाह की चेतावनी
राधेश्याम की मां माया देवी का कहना है कि, उसके बेटे को समाधि लिए 3 दिन हो चुके हैं लेकिन, जिले का कोई भी विधायक उसके पास नहीं आया। उनका गांव डीग कुम्हेर विधानसभा में आता है। वह मूल रूप से पैंगौर के रहने वाले हैं। विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी विधायक शैलेश सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया था कि, वह राधेश्याम की नौकरी लगवाने ने उसकी सहायता करेंगे। अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। उसके बाद भी मेरे बेटे की नौकरी नहीं लग पा रही। मेरे बेटे राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेडम सहित कई मंत्रियों से गुहार लगाई लेकिन, सुनवाई नहीं हुई। अब उनके बेटे को अर्ध समाधि लिए 3 दिन हो गए हैं। अगर उनके बेटे को कुछ हुआ तो, वह सीएम हाउस के सामने आत्मदाह करूंगी।
राधेश्याम को पानी पिलाती सांसद संजना जाटव।
सांसद संजना ने संसद में मुद्दा उठाने की कही बात
वहीं संजना जाटव का कहना है कि, राधेश्याम को समाधि लिए 3 दिन हो गए हैं। जब 3 गौरव महीने का था तो, उसके पिता का फील्ड ऑपरेशन पर जाते समय निधन हो गया था। 18 साल का होने के बाद राधेश्याम ने अनुकंपा नौकरी की मांग की, बीजेपी सरकार से राधेश्याम ने हर तरीके से गुहार लगाई लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। मेरी यही मांग है कि, उन्हें न्याय मिले। राधेश्याम की नौकरी के लिए में संसद में आवाज उठाउंगी।
सांसद संजना ने संसद में युवक की नौकरी की मांग उठाने की कही बात।
राधेश्याम के पिता का फिल्ड ऑपरेशन पर जाते समय हुआ था निधन
राधेश्याम ने बताया कि, उसके पिता जवाहर सिंह CRPF में तैनात थे। साल 1999 में फील्ड ऑपरेशन के लिए वह नीमच जा रहे थे। इस दौरान उन्हें दिमागी बुखार आने के कारण उनका निधन हो गया। जब राधेश्याम की उम्र 3 महीने थी। 18 साल का होने के बाद उसने CRPF में अनुकंपा नौकरी के लिए आवेदन किया लेकिन, उस फिजिकल अनफिट बताकर बाहर कर दिया गया। जिसके बाद CRPF ने साल 2020 में राजस्थान सरकार को लेटर को एक लेटर लिखा गया। जिसमें मानवीयता के आधार पर अनुकंपा नौकरी देने की मांग की गई। तब से राधेश्याम अधिकारी और नेताओं के चक्कर काट रहा है। हर जगह से उसे आश्वाशन मिलता है लेकिन, नौकरी नहीं मिल रही।
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