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खुली जेल के बंदी पर दिन दहाड़े जानलेवा हमला करने के आरोप में पुलिस ने 1 आरोपी व 2 नाबालिग को पकड़ा है।
खुली जेल के बंदी पर दिन दहाड़े जानलेवा हमला करने के आरोप में पुलिस ने 1 आरोपी व 2 नाबालिग को पकड़ा है। वारदात के बाद स आरोपी फरार थे। पुलिस ने एमपी के श्योपर के जंगलों से हत्या में शामिल सरवर अली (20) हाल निवासी अनंतपुरा व दो नाबालिगों को पकड़ा। इनके पा
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सिटी एसपी डॉ अमृता दुहन
भाई की हत्या के शक में जानलेवा हमला करवाया
सिटी एसपी डॉ अमृता दुहन ने बताया कि वारदात की प्लांनिग मुख्य आरोपी सिराज उर्फ चिग्गा ने रची। सिराज का भाई फिरोज व खुली जेल में बंद बंदी नियामत उर्फ शानी कई सालों से गहरे दोस्त थे। जून 2023 में फिरोज की हत्या हो गई थी। सिराज को शक था कि उसके भाई फिरोज उर्फ बेंडा की हत्या में नियामत उर्फ शानी का हाथ है। सिराज ने हत्या का बदला लेने के लिए शानी की हत्या का प्लान बनाया। उसने सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर 6-7 लोगों को जोड़ा। इनमें नाबालिग भी शामिल थर।उन्हें 2-2 लाख रूपयों का लालच देकर नियामत की हत्या का प्लान बनाया।आरोपियों को देशी कट्टा, चाकू व बाइक उपलब्ध करवाई।
8 जून को खुली जेल में बंद बंदी नियामत उर्फ शामी ने 7 बजे खुली जेल से घर दादाबाड़ी आया था। गाड़ी खड़ी करते ही बाहर निकला, उसी दौरान 3 लड़कों ने दो फायर किए। फिर चाकू से हमला किया।
रैकी कर वारदात को अंजाम दिया
आरोपियों ने रैकी कर वारदात को अंजाम दिया। नियामत रोज सुबह खुली जेल से घर आता था। ये बात आरोपियों को पता थी। 4 जून को आरोपियों ने हमला करने की कोशिश की। लेकिन ट्रैफिक ज्यादा होने से कामयाब नहीं हुए। 8 जून को सुबह 5 बजे 7 आरोपी अनंतपुरा से हथियार लेकर एरोड्राम पहुंचे। जबकि सिराज जेल के पास चला गया।सिराज आरोपियों को नियामत की लोकेशन बताता रहा। जैसे ही नियामत दादाबाड़ी स्थित अपने घर के पास पहुंचा। आरोपियों ने हमला कर दिया।
100 पुलिसकर्मियों ने 200 फुटेज खंगाले
100 पुलिसकर्मियों ने 200 फुटेज खंगाले
सिटी एसपी ने बताया कि वारदात के बाद आरोपी बाइक से मंडाना टोल होते हुए झालावाड़ पहुंच गए। उनके पीछे हमले का मास्टरमाइंड सिराज उर्फ चिग्गा व रईस भी झालावाड़ पहुंच गया। वहां सभी ने बात की फिर अलग-अलग दिशाओं में चले गए। आरोपियों को पकड़ने के लिए 100 पुलिस कर्मियों की टीम ने कोटा से झालावाड़ तक करीब 200 सीसीटीवी कैमरा की फुटेज खंगाली। सरवर, करामत पठान, गुलफाम उर्फ सुखा, सईद उर्फ राजा, दिलीप सिंह उर्फ करणवीर सिंह सहित दो नाबालिगों की पहचान की।
ये था मामला
8 जून को खुली जेल में बंद बंदी नियामत उर्फ शामी ने 7 बजे खुली जेल से घर दादाबाड़ी आया था। गाड़ी खड़ी करते ही बाहर निकला, उसी दौरान 3 लड़कों ने दो फायर किए। फिर चाकू से हमला किया। वारदात के बाद मौके से फरार हो गए। शामी दादाबाड़ी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ 23-24 मामले दर्ज है। शामी हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।
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