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शिकायकर्ता का आरोप है कि ये महिला गेमिंग सिखाने की आड़ में लड़कों को यौन उत्पीड़न के लिए उकसा रही थी।
उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में बेहद शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। नवजात बच्चों का यौन शोषण कैसे करें, एक यूट्यूबर महिला इसके तरीके ऑनलाइन बता रही थी। इस महिला के यूट्यूब चैनल पर आपत्तिजनक कंटेंट के वीडियोज की भरमार है।
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राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग तक मामला पहुंचने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने 12 जून की देर शाम यूट्यूबर शिखा मैत्रेय उर्फ कुंवारी बेगम पर FIR दर्ज करते हुए जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। हालांकि मुकदमा दर्ज होने के बाद यूट्यूब चैनल से आपत्तिजनक कंटेंट वाले कुछ वीडियो हटा दिए गए हैं।
कुंवारी बेगम नाम से यूट्यूब चैनल है, जिस पर आपत्तिजनक कंटेंट था।
यौन कृत्यों को बढ़ावा देने वाले हैं ज्यादातर वीडियो
एकम न्याय फाउंडेशन गुरुग्राम की फाउंडर दीपिका नारायण भारद्वाज ने बताया कि मुझे पिछले दिनों पता चला कि कुंवारी बेगम नामक एक गेमिंग यूट्यूब चैनल चलाने वाली महिला नाबालिगों और नवजात शिशुओं के खिलाफ यौन कृत्यों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। एक वीडियो में शिखा मैत्रेय उर्फ कुंवारी बेगम अपने दर्शकों को ये बता रही है कि शिशुओं का बलात्कार कैसे किया जाता है।
इस यूट्यूब चैनल पर एक और वीडियो अपलोड है, जिसका शीर्षक है- See Will Say Not Late Her. इस वीडियो में पुरुषों को महिलाओं की सहमति त्यागने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, साथ ही महिलाओं-बच्चों के खिलाफ यौन आक्रामक व्यवहार को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
निफ्ट दिल्ली से पासआउट है शिखा
शिकायकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज के मुताबिक, आरोपी शिखा मैत्रेय के इन वीडियोज पर जब दर्शकों ने आपत्ति जताई तो फिलहाल उन्होंने सभी सोशल मीडिया प्रोफाइल हटा लिए हैं। कुछ वीडियो भी डिलीट की गई हैं।
दीपिका ने बताया कि अभी तक की जानकारी के अनुसार शिखा उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद की रहने वाली है। वो निफ्ट, दिल्ली से 2021-22 बैच की पास आउट है। फिलहाल ब्लू जैम नामक संस्था के साथ काम कर रही है। ब्लू जैम संस्था का संचालन दिल्ली के कालकाजी से होता है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, ACP कर रहे जांच
NGO फाउंडर दीपिका नारायण भारद्वाज ने गाजियाबाद पुलिस से कहा है कि वो इस महिला की जांच कराएं कि क्या उसने पहले भी इस तरह किसी नाबालिग का यौन शोषण किया है। सिर्फ महिला ही नहीं, उसके माता-पिता की भी जांच होनी चाहिए कि वो इस बारे में जानते थे या नहीं।
गाजियाबाद की कौशांबी थाना पुलिस ने इस मामले में दीपिका नारायण भारद्वाज की शिकायत पर शिखा मैत्रेय के खिलाफ IT एक्ट की धारा-67A, 67B के तहत 12 जून को मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मुकदमे की जांच इंदिरापुरम क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) खुद कर रहे हैं।
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