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शहर विकास के लिए मास्टर प्लान-2041 को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए बुधवार को इंदौर उत्थान अभियान के साथ नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एआईसीटीएसएल ऑफिस में बैठक की। सदस्यों ने बताया, तीन साल से हमारी बातों को अनसुना किया जा रहा है। इस पर मंत्री
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ऐसा करने से गोपनीयता भंग होगी। इसे पहले बता नहीं सकते हैं। आपत्ति के समय आप को फिर अवसर मिलेगा।इंदौर उत्थान अभियान के अजीतसिंह नारंग और अशोक बड़जात्या ने कहा, पिछले दिनों प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने सांसद शंकर लालवानी के समक्ष हमारे सुझावों को देखा था। तीन माह से पत्र लिखकर पूछ रहे हैं, इन पर सरकार ने क्या निर्णय लिया? कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। मंत्री ने पीएस को फोन लगाकर माइक पर ही सवाल-जवाब किए। पीएस ने स्वीकार किया, अभियान के सुझाव अच्छे थे, इनमें से 80 फीसदी सुझावों को शामिल किया गया है।
मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी पर सरकार आगे बढ़ रही है। आसपास के शहरों को जोड़ने के लिए रोड सर्कुलेशन प्लान बना रहे हैं। इस पर भी कुछ सदस्य कहने लगे, एक बार प्रारूप पर सार्वजनिक चर्चा होना चाहिए। मंत्री ने स्पष्ट इनकार कर दिया। नारंग ने बताया, अभियान की ओर से 19 सुझाव दिए गए हैं। यह देश के प्रमुख शहरों के मास्टर प्लान का अध्ययन करके बनाए गए हैं। बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी मौजूद रहे।
75 मीटर चौड़ाई करेंगे तो नुकसान होगा
मंत्री विजयवर्गीय ने आसपास के शहरों को ग्रीन ग्रिड रोड बनाकर जोड़ने के सुझाव को नकार दिया। उन्होंने कहा, सड़कों की चौड़ाई 75-100 मीटर नहीं कर सकते। इससे रास्ते के गांवों को बड़ा नुकसान होगा। इसके लिए विकल्प चुनकर सर्कुलेशन प्लान बना रहे हैं। ग्रीन बिल्डिंग और मेट्रोपॉलिटन पर काम चल रहा है। कृष्णकुमार अष्ठाना, एसएल गर्ग, अनिल भंडारी, विष्णु गुप्ता, वीके जैन, रामेश्वर गुप्ता, माला सिंह ठाकुर, भारती मंडोले, अशोक कोठारी, गौतम कोठारी, अजय सिंह नरूका, विनय कालानी, सुरेंद्र वर्मा, संजय मेहरा आदि मौजूद थे।
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