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मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के CRPF जवान कबीर दास की कठुआ आतंकी हमले में शहादत हो गई है। कबीर की भोपाल में पोस्टिंग होने वाली थी। शहीद जवान परिवार में चार भाई बहनों में सबसे बड़े थे। पूरा परिवार जवान पर ही आश्रित था। परिवार में 6 एकड़ जमीन है। इस जमीन पर उनके छोटे भाई खेती करते हैं। शहीद के परिवार में माता, भाई और दो बहने हैं। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। पिता भी इस दुनिया में नहीं हैं, उनका स्वर्गवास हो चुका है। परिवार खेती कर के जीवन गुजारता है।
शहीद जवान कबीर दास का विवाह 2020 में हुआ था। उनकी कोई संतान नहीं है। अब घर में मां और पत्नी ही अकेली रह गई हैं। घटना के बाद गांव में मातम है। जम्मू-कश्मीर में बीते 48 घंटों में 3 आतंकी घटनाएं सामने आई हैं। पहली घटना रविवार को जम्मू संभाग रियासी जिले में हुई थी, जहां आतंकियों ने एक बस को निशाना बनाया था। मंगलवार को कठुआ जिले के हीरानगर स्थित सैदा सुखल गांव में आतंकियों का हमला हुआ। इसमें एक ग्रामीण घायल हो गया। क्रॉस फायरिंग में दोनों आतंकी मारे गए हैं।
इस आतंकी हमले में मुठभेड़ के दौरान छिंदवाड़ा के सीआरपीएफ जवान कबीर दास को गोली लगी थी। घायल कबीर दास को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह बुधवार सुबह को इलाज के दौरान शहीद हो गए। कबीर दास 35 साल के थे। छिंदवाड़ा की बिछुआ तहसील के पुलपुलडोह के रहने वाले कबीर ने साल 2011 में सीआरपीएफ जॉइन की थी। शहीद कबीर का अंतिम संस्कार गुरुवार को पैतृक गांव पुल पुलडोह में होगा। उनका पार्थिव देह विशेष वाहन से नागपुर से गांव लाया जाएगा।
मां ने बताया कि 8 दिन पहले ही 20 दिन की छुट्टी के बाद वे ड्यूटी पर लौटे थे। किसी काम से वह 20 जून को घर वापस आने वाले थे लेकिन इससे पहले उनकी शहादत हो गई। उनकी पोस्टिंग भोपाल में होने वाली थी। पूरा परिवार कबीर की सैलरी पर आश्रित था। प्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर शोक जताया है। छिंदवाड़ा से पूर्व सांसद नकुलनाथ ने एक्स पर लिखा, सर्वोच्च बलिदान के लिए देश आपका सदैव ऋणी रहेगा। समस्त छिंदवाड़ा वासियों को आप पर गर्व है।
रिपोर्ट- विजेन्द्र यादव
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