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नई दिल्ली10 मिनट पहले
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दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क ने एपल की ओपनएआई (OpenAI) के साथ पार्टनरशिप का विरोध किया है। मस्क ने इसे लेकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- अगर ऐसा होता है तो वह अपनी कंपनी में एपल के प्रोडक्ट इस्तेमाल करने पर रोक लगा देंगे।
एपल ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) को अपनी डिवाइस में और बेहतर करने के लिए चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई के साथ पार्टनरशिप का ऐलान किया है। कंपनी के इस फैसले से लोगों को डर है इससे उनका पर्सनल डाटा सेफ नहीं रहेगा।
मस्क ऑफिस में बैन करेंगे एपल के प्रोडक्ट
मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा की अगर एपल ऑपरेटिंग सिस्टम लेवल पर ओपनएआई को इंट्रीग्रेट करता है तो तो मेरी कंपनियों में एपल के डिवाइस बैन किए जाएंगे। यह एक अनएक्सेप्टेबल सिक्योरिटी वायलेंस है।
वहीं उन्होंने लिखा कि कंपनी में आने वाले विजिटर्स के पास अगर एपल का डिवाइस है तो एंट्री गेट पर ही डिवाइस की जांच की जाएगी। इसके अलावा डिवाइस को वहीं जमा करा लिया जाएगा।
एक अन्य पोस्ट में मस्क ने एपल पर तंज कसते हुए लिखा कि यह स्पष्ट रूप से बेतुका है कि एपल इतना स्मार्ट नहीं है कि वह अपना खुद का AI बना सके, और इसके बाद भी वह कह रहा है कि आपकी सुरक्षा और गोपनीयता की रक्षा करेगा! एपल को इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि ओपनएआई को आपका डेटा सौंपने के बाद वास्तव में क्या हो रहा है। वे आपको खतरे में डाल रहे हैं।
इलॉन मस्क ने सोशल मीडिया साइट X पर ये फोटो भी शेयर किया है।
सिक्योरिटी और सेफ्टी के लिए जाना जाता है एपल
एपल के पास प्राइवेसी और सिक्योरिटी के लिए खास आर्किटेक्चर हैं। वो डेटा सिक्योरिटी को लेकर समझौता नहीं करती। 2016 में आतंकी सैयद फारूख के पास से FBI को आईफोन मिला था। इसे अनलॉक करने के लिए एजेंसी ने एपल से मदद मांगी, लेकिन एपल ने मना कर दिया था।
फेसटाइम और iCloud जैसी एपल सर्विसेज आपके फोन से आने-जाने वाले डेटा और एपल के सर्वर पर संग्रहीत डेटा की सुरक्षा के लिए एन्क्रिप्शन इस्तेमाल करती हैं। कोई बग आने पर एपल बिना किसी इंटरफेरेंस के तुरंत सॉफ्टवेयर अपडेट देती है।
एपल के डिवाइसेस में वायरस के खतरे की संभावना बहुत कम होती है। इसके सॉफ्टवेयर को इस तरह से लिखा जाता है कि अटैकर्स आसानी से सिस्टम पर अटैक नहीं कर सकते।
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